यमुनानगर के रादौर क्षेत्र में सात दिन पहले जिस 15 वर्षीय नाबालिग की सड़क दुर्घटना में मौत का मामला सामने आया था। असल में उसकी नृशंस हत्या की गई थी। इस जघन्य अपराध में शामिल कोई और नहीं, बल्कि उसकी अपनी मां थी, जिसने अपने प्रेमी संग अपनी बेटी को मौत के मुंह में धकेल दिया। मां नाबालिग को सत्संग का बहाना कर अपने प्रेमी के पास ले गई थी, जहां बेहाेशी की दवा खिलाकर उसके साथ रेप करने का प्रयास हुआ। दवा की ओवर डोज से जब बच्ची की मौत हो गई तो इसे साजिश रच एक एक्सीडेंट में बदलने की कोशिश की। मामला का खुलासा होने पर रादौर पुलिस ने बच्ची की मां, प्रेमी लाडी वासी हंसुमाजरा कैथल, मां की सहेली रेखा, डॉक्टर रणजीत, पड़ोसी मिट्ठू और ड्राइवर रणजीत सरदार के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज कर मामला गुलहा थाना(कैथल) को ट्रांसफर कर दिया। क्योंकि सारी वारदात वहीं पर हुई थी। मासूम की हत्या की दिल दहलाने वाली कहानी
मामला 20 मई का है, जब किशोरी की मां ने अपनी बेटी को कुरुक्षेत्र में सत्संग के बहाने घर से निकाला। लेकिन यह केवल एक बहाना था। मां अपनी बेटी को अपने प्रेमी, कैथल के हंसुमाजरा गांव निवासी लाडी के पास ले गई। लाडी ने पहले मां को अपनी बेटी को यहां लाने के लिए कहा था। मां ने अपनी सहेली बकाना निवासी रेखा की सलाह पर बेटी को हंसुमाजरा ले जाकर लाडी के हवाले कर दिया। वहां 20 मई की रात रात को प्रेमी लाडी ने मां को अपनी बेटी को बेहोश करने की दवा देने को कहा। मासूम को दवा दी गई, जिससे वह बेसुध हो गई। इसके बाद लाडी ने किशोरी के साथ रेप का प्रयास किया। जब किशोरी चीखी, तो मां, उसकी सहेली रेखा और लाडी ने उसे और दवा दी। दवा की ओवरडोज से किशोरी की तबीयत बिगड़ी और नाक व मुंह से झाग निकलने लगा। गांव के ही डॉक्टर राजेश को बुलाया गया, जिसने इंजेक्शन लगाया, लेकिन मासूम की जान नहीं बची।
हत्या को दुर्घटना का रूप देने की साजिश
बेटी की मौत के बाद मां, लाडी, रेखा, लाडी के भाई रणजीत ने इस हत्या को सड़क दुर्घटना का रूप देने की साजिश रची। इस कांड में लाडी द्वारा पड़ोसी मिट्ठू और ड्राइवर रणजीत सरदार को भी शामिल किया। 20 और 21 मई की रात साढ़े 12 बजे किशोरी के शव को ड्राइवर रणजीत सरदार पड़ोसी मिट्ठू के साथ रादौर में गांव धौलरा के पास सड़क पर फेंक दिया गया, और कहानी गढ़ी गई कि ट्रक की टक्कर से उसकी मौत हुई। मां ने सड़क पर खड़े होकर घर पर इसकी सूचना दी। परिजन मौके पर पहुंचे महिला बच्ची के शव के पास बैठी रो रही थी। डायल 112 को मौके पर बुलाया और शव को रात को ही सिविल अस्पताल के पोस्टमॉर्टम कक्ष में रखवाया। 21 मई को उसका पोस्टमॉर्टम हुआ।
मां का कबूलनामा: रस्म क्रिया पर खुला सच
21 मई को किशोरी का अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन मां की बेचैनी और बार-बार बदलती कहानियां परिवार को शक के घेरे में ले आईं। रविवार को किशोरी की रस्म क्रिया के दौरान मां टूट गई और रोते हुए अपने पति से सच उगल दिया। उसने बताया कि उसकी बेटी की मौत कोई दुर्घटना नहीं थी, बल्कि हत्या थी। उसने कबूल किया कि वह प्लाईवुड फैक्ट्री में काम करने वाली अपनी सहेली रेखा के जरिए लाडी से मिली थी, और दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए थे। लाडी की धमकी और रेखा की सलाह पर उसने अपनी बेटी को इस भयावह साजिश में झोंक दिया। लाडी ने उसे अपनी बेटी को साथ लाने को कहा था, जिस पर रेखा भी बोल पड़ी की बेटी को लेकर जाना ही होगा। वह 20 मई की शाम को हंसुमाजरा कैथल अपनी बेटी को लेकर पहुंची और इस प्रकार यह सारी घटना घटी। पुलिस कार्रवाई और कानूनी कदम
परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। रादौर थाना पुलिस ने मां, रेखा, लाडी, रणजीत, मिट्ठू, डॉक्टर राजेश और ड्राइवर रणजीत सरदार के खिलाफ हत्या, पॉक्सो एक्ट और अन्य धाराओं में जीरो एफआईआर दर्ज की। चूंकि घटनास्थल कैथल जिले में था, इसलिए मामला वहां ट्रांसफर कर दिया गया। थाना गुलहा (कैथल) के प्रभारी रामपाल ने बताया कि बच्ची के साथ रेप की कोई पुष्टि नहीं हुई है। मामले में मुख्य आरोपी अभी फरार है। बच्ची की मां को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
मां के प्रेमी ने किया नाबालिग से रेप का प्रयास:दवा की ओवरडोज से मौत होने पर घड़ी एक्सिडेंट की कहानी, रस्म क्रिया पर मां ने खुद उगला सच
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