सीबीआई ने मंगलवार (08 जुलाई, 2025) को एक इंटरनेशनल साइबर फ्रॉड गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के लोगों को निशाना बनाकर उन्हें टेक्निकल सपोर्ट के नाम पर ठग रहा था. इस कार्रवाई के दौरान नोएडा में तीन ठिकानों पर छापेमारी की गई, जिसमें एक फुली ऑपरेशनल फर्जी कॉल सेंटर भी शामिल है.
ये कॉल सेंटर नोएडा SEZ (Special Economic Zone) में चल रहा था और टेक्निकल सपोर्ट देने के बहाने विदेशी नागरिकों से ठगी कर रहा था. CBI को जैसे ही जानकारी मिली CBI केस दर्ज किया और ऑपरेशन Chakra-V के तहत यह छापा मारा.
विदेशी लोगों को फोन कर ऐंठते थे पैसे
CBI ने बताया कि ये गैंग खुद को Microsoft जैसी बड़ी कंपनियों का टेक्निकल सपोर्ट स्टाफ बताकर UK और ऑस्ट्रेलिया के लोगों को कॉल करता था. उन्हें डराया जाता था कि उनके कंप्यूटर या डिवाइस में वायरस है और फिर प्रॉब्लम सॉल्व करने के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती थी.
CBI की रेड के दौरान फर्जी कॉल सेंटर से लाइव स्कैम कॉल्स पकड़ी गई. जांच एजेंसी ने कॉलिंग सेटअप, फर्जी स्क्रिप्ट्स और ठगी से जुड़े डॉक्यूमेंट्स जब्त किए हैं. ये कॉल सेंटर FirstIdea के नाम से चल रहा था और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके अपनी पहचान छिपा रहा था. CBI ने इस पूरे रैकेट के ऑपरेटिव निशांत वालिया, जो FirstIdea का पार्टनर है, उसको गिरफ्तार कर लिया है.
अभी कई खुलासे होने बाकी
इस ऑपरेशन में CBI को FBI (USA), UK की National Crime Agency, और Microsoft Corporation से भी मदद मिली. CBI के अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच जारी है आने वाले दिनों में इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं.
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‘माइक्रोसॉफ्ट से बोल रहे हैं, आपके लैपटॉप में वायरस है…’, नोएडा में बैठकर लंदन और ऑस्ट्रेलिया के लोगों से करते थे फ्रॉड
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