मानव शरीर में ही हैं आनंद व शांति के स्रोत

by Carbonmedia
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भास्कर न्यूज | जालंधर मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में भक्तों ने शनिवार को श्री शनिदेव महाराज के हवन यज्ञ का आयोजन किया। सर्व प्रथम ब्राह्मणों द्वारा मुख्य यजमान राकेश कुमार शर्मा से विधिवत वैदिक रीति अनुसार पंचोपचार पूजन, षोडशोपचार पूजन, नवग्रह पूजन उपरांत सपरिवार हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाईं। धाम के संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने दिव्य हवन यज्ञ पर उपस्थित भक्तों को जीवन में आनंद और शांति के मार्ग चलने के लिए व्याख्या करते हुए कहा कि जीवन का लक्ष्य तय किए बिना शांति और आनंद नहीं मिल सकता। शांति बाहर से नहीं, भीतर से ही प्राप्त की जा सकती है। आनंद और शांति का स्रोत हमारे भीतर मौजूद है और हम उसे धन दौलत में ढूंढ रहे हैं। आनंद इतनी बड़ी घटना है, जब घटता है और उसे कहने का कोई उपाय नहीं मिलता, तो उस अवस्था में उत्सव पैदा होता है। जो नहीं कहा जा सकता वाणी से, तो कोई नाचकर कहता है; कोई गाकर कहता है।नवजीत भारद्वाज ने कहा कि मगर मनुष्य आनंद और शांति को धन दौलत में ढूंढ कर अपने मूल उद्देश्य प्रभु भक्ति से दूर होकर अशांति से भरा जीवन व्यतीत कर रहा है। यहां मनी कुमार, राकेश प्रभाकर, पूनम प्रभाकर, सरोज बाला, समीर कपूर, विक्की अग्रवाल, अमरेंद्र कुमार शर्मा, दिनेश चौधरी, नरेश, कोमल, वेद प्रकाश, मुनीष मेहरा, जगदीश डोगरा, उदय, अजीत कुमार व अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे।

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