मानसा में आज लैंड पूलिंग पॉलिसी के खिलाफ किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया है। गांव में बुजुर्ग, महिलाएं और नौजवान सभी इस प्रदर्शन में शामिल हुए। घटना ठुठियावाली गांव की है। किसानों ने गांव में बड़े बैनर लगाए हैं जिनमें चेतावनी दी गई है कि कोई भी सरकारी प्रतिनिधि या अधिकारी लैंड पूलिंग पॉलिसी के संबंध में गांव में प्रवेश न करे। उन्होंने साफ कर दिया है कि अगर कोई अधिकारी गांव में आता है तो उसका कड़ा विरोध किया जाएगा और वह स्वयं इसके परिणामों के लिए जिम्मेदार होगा। किसान नेता राम सिंह, मकखन सिंह और भोला सिंह ने बताया कि लैंड पूलिंग पॉलिसी के तहत सरकार लगभग 65,000 एकड़ जमीन अधिग्रहित करना चाहती है। इसमें मानसा में करीब 212 एकड़ जमीन शामिल है। अरविंद केजरीवाल और सीएम किसान-मजदूर विरोधी नीतियां अपना रहे
नेताओं ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी सत्ता में आने से पहले किसान हितैषी होने के बड़े-बड़े दावे करती थी। लेकिन अब पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान किसान-मजदूर विरोधी नीतियां अपना रहे हैं। किसानों का आरोप है कि सरकार कॉरपोरेट घरानों के साथ मिलकर उनकी जमीनों पर कब्जा करना चाहती है। उन्होंने कहा कि वे अपनी जमीन बचाने के लिए अपना खून का आखिरी कतरा भी बहाने को तैयार हैं।प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में वे आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को गांवों में प्रवेश नहीं करने देंगे और हर सवाल का जवाब मांगेंगे।
मानसा में लैंड पूलिंग पॉलिसी का विरोध:किसानों ने बैनर लगाकर लिखा- अधिकारी गांव में न आएं, खून की आखिरी बूंद तक लड़ेंगे
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