शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने मालेगांव ब्लास्ट केस और आतंकवाद को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस मसले पर केंद्र और राज्य सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि आतंकवादी तो आतंकवादी होता है. शंकराचार्य ने ये भी सवाल किया कि क्या ‘भगवा’ आतंकवादी होगा तो आप उसकी पूजा करोगे?
संत अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ”आतंकवाद किसी भी रंग का हो, वो आतंकवाद ही होता है. आतंकवादी आते हैं और घटना को अंजाम देकर चले जाते हैं. आप दोषियों को खोज नहीं पाते हो. मुंबई में 7 ब्लास्ट हो गए लेकिन आप दोषी को खोज नहीं पाए, मालेगांव में ब्लास्ट हुआ आप दोषी को खोज नहीं पाए.”
रंग ढूंढने वाले आतंकवाद के प्रति पक्षपाती- अविमुक्तेश्वरानंद
उन्होंने आगे कहा, ”जब आतंकवादियों को खोजने की बात आती है तब अपनी नाकामियां छुपाते हो और फिर आतंकवाद में रंग खोजने लगते हो. रंग जो है जीवन का होता है. मर जाने के बाद आपकी आंखें रंग नहीं देखती हैं, जो लोग आतंकवाद में रंग ढूंढते हैं, वे आतंकवाद के प्रति पक्षपाती हैं.
मालेगांव ब्लास्ट केस
2008 के मालेगांव ब्लास्ट मामले में गुरुवार (31 जुलाई) को कोर्ट ने सभी 7 आरोपियों को बरी कर दिया
मालेगांव ब्लास्ट में 17 साल तक मुकदमा चला
महाराष्ट्र एटीएस और एनआईए द्वारा तीन चार्जशीट दाखिल की गईं थी.
29 सितंबर 2008 को मालेगांव में मोटरसाइकिल पर बंधे बम के फटने से 6 लोगों की मौत हो गई थी
2008 मालेगांव ब्लास्ट की घटना के बाद दंगे भी भड़क उठे थे.
ब्लास्ट अपने आप तो हुआ नहीं होगा- अविमुक्तेश्वरानंद
शंकराचार्य ने सवाल उठाते हुए कहा, ”ब्लास्ट अपने आप तो हुआ नहीं होगा, इसमें कोई न कोई तो रहा होगा. वो कौन था? उसे खोजने में भारत सरकार, प्रदेश की सरकार नाकाम हो रही है. कोई आता है और ब्लास्ट करके चला जाता है, फिर हम समय और संसाधन लगाने पर भी खोज नहीं पाते है. ये हमारी काबिलियत पर बड़ा तमाचा है.”