भास्कर न्यूज | लुधियाना छठे पातशाह श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी ने भक्ति और शक्ति के सिद्धांत को मीरी और पीरी की दो तलवारें धारण कर एक नए इतिहास की रचना की। इन विचारों को भाई जसविंदर सिंह ग्रंथि गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा ने उस समय प्रकट किया जब प्रमुख अमृत सागर परिवार द्वारा मीरी-पीरी दिवस के उपलक्ष्य में गुरु का अटूट लंगर अर्पित किया गया। भाई जसविंदर सिंह ने कहा कि समस्त संसार में बसे गुरु नानक नाम लेवा श्रद्धालुओं को गुरबाणी कीर्तन के माध्यम से जोड़ने का अद्भुत प्रयास कर रही है। बलबीर भाटिया, करणप्रीत भाटिया और उनके पारिवारिक सदस्य हर महीने की पहली तारीख को गुरु का लंगर लगाने की सेवा श्रद्धा और सेवाभाव से करते आ रहे हैं, जो कि समाज के लिए एक उदाहरणहीन कार्य है।
मीरी-पीरी दिवस दिवस पर श्रद्धा से लंगर सेवा का आयोजन किया
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