Mumbai News: मुंबई में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना घटी. एक पोते ने अपनी कैंसर पीड़ित बीमार दादी को आधी रात को कूड़े के ढेर में फेंक दिया और भाग गया. रविवार (22 जून) को ये घटना हुई और बुधवार (25 जून) को ठीक 3 दिन बाद मुंबई पुलिस ने इस मामले में पोते के खिलाफ FIR दर्ज कर ली.
मुंबई की आरे कॉलोनी पुलिस ने CR No. 100/25 U/S 125 BNS, 3(5), R/W Section 24 Senior Citizens Act, 2007 के तहत पोते के खिलाफ केस दर्ज किया है. गुरुवार को आरोपी पोते को गिरफ्तार कर कोर्ट पेश किया गया. वहीं 70 साल की बुजुर्ग महिला यशोदा गायकवाड़ को जूहू के कूपर अस्पताल में मुंबई पुलिस ने भर्ती करवाया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.
70 साल की पीड़ित महिला को स्किन कैंसर था
नागपुर के प्रसिद्ध कैंसर अस्पताल नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट ने भी इन पीड़ित महिला का इलाज मुफ्त में करने की पेशकश की है. दरअसल, इस पीड़ित महिला की बेटी और दामाद की मौत हो गई है. वहीं बेटी का बेटा यानी नवासा (पोता) ही इनकी देखभाल करता था. 70 साल की पीड़ित महिला को स्किन कैंसर हो गया था, जिसके इलाज में हर महीने 10 से 15 हजार का खर्च हो रहा था.
पीड़ित महिला की एक दुकान है जिसके रेंट से महिला का इलाज होता था. लेकिन जब कभी महिला को पैनिक अटैक आता था, तो वो वॉयलेंट हो जातीं थी. जिससे आरोपी पोता काफी परेशान था. पुलिस जानकारी और FIR के मुताबिक आरोपी पोते ने रविवार की आधी रात 4 बजे अपनी दादी को इलाज के बहाने घर से ऑटो में बिठाया और आरे कॉलोनी के सुनसान जंगल में ले जाकर सड़क किनारे कूड़े के ढेर में फेंक दिया, फिर वहां से भाग गया.
महिला 5 घंटे वही कूड़े के ढेर में पड़ी रही
सदमे और बरसात से महिला बेहोश हो गई और 5 घंटे वही कूड़े के ढेर में पड़ी रही. सुबह 7 बजे के करीब इलाके के कुछ लोगो ने पुलिस को जानकारी दी जिसके बाद पुलिस आई और महिला को ट्रॉमा अस्पताल ले गई. लेकिन वहां पीड़ित बुजुर्ग महिला को एडमिट नही किया गया क्योंकि स्किन कैंसर के कारण बुजुर्ग महिला की नाक, एक तरफ का गाल सब सड़ चुके थे.
आरे कॉलोनी पुलिस इसके बाद महिला को एम्बुलेंस में डालकर शताब्दी अस्पताल कांदिवली ले गई. लेकिन वहां भी स्किन कैंसर का इलाज नही हो पाने से पीड़िता को जूहू के कूपर अस्पताल, बीएमसी में भर्ती करवाया गया. जहां उनका इलाज अभी भी चल रहा है.
आरोपी का झूठ CCTV में पकड़ा गया
हालांकि गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी पोता लगातार पुलिस से झूठ बोलता रहा की उसकी दादी खुद खुद आरे कॉलोनी आ गई और बेहोश होकर सड़क किनारे गिर गई. शुरुआत से ही पुलिस आरोपी पोते के बयान पर भरोसा नहीं कर रही थी, क्योंकि कांदिवली से आरे कॉलोनी की दूरी 5 किमी से ज्यादा है. पिछले 3 दिन में पुलिस ने 50 से ज्यादा CCTV खंगाला और आरोपी का झूठ CCTV में पकड़ा गया.
आरोपी बुजुर्ग महिला को ऑटो में बिठाकर आरे कॉलोनी के जंगल की ओर ले जाते हुए दिखाई दे रहा है.
मुंबई: कैंसर पीड़ित दादी को कूड़े में फेंककर भागा पोता, अस्पताल ने की फ्री इलाज की पेशकश
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