Protest Against MF Husain Paintings: फेमस पेंटर एमएफ हुसैन की पेंटिंग्स की नीलामी पर मुंबई में आपत्ति जताई जा रही है. ‘हिंदू जनजागृति संगठन’ का कहना है कि भारत माता को आपत्तिजनक तरीके से दिखाने वाले पेंटर एमएफ हुसैन की अन्य सभी पेंटिंग्स पर भी रोक लगाई जाए. हिंदू संगठन ने मांग की है, “एमएफ हुसैन के आपराधिक कृत्यों का महिमामंडन बंद करें.”
दरअसल, एमएफ हुसैन की कुछ पेंटिंग्स विवादों का हिस्सा रही हैं, जिन्हें खुद कोर्ट ने सीज करने के आदेश दिए हैं. इनमें से एक पेंटिंग में एक न्यूड महिला को दर्शाया गया है, जो झुक कर भारत का नक्शे के आकार में दिखती है. इसको लेकर काफी विवाद हुआ था. अब हिंदू संगठन का कहना है, “140 करोड़ भारतीयों की आराध्य भारत माता को ‘रेप ऑफ इंडिया’ शीर्षक से विकृत, नग्न और अश्लील रूप में चित्रित करने वाले विवादास्पद चित्रकार एमएफ हुसैन की अन्य 25 चित्रों की नीलामी को रोका जाए.”
नीलामी जारी रही तो होगा तीव्र आंदोलन
बता दें, एमएफ हुसैन की पेंटिंग्स की नीलामी 12 जून को मुंबई के हैमिल्टन हाउस की ‘पंडोल आर्ट गैलरी’ में रखी गई है. इस पृष्ठभूमि में हिंदू जनजागृति समिति ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुंबई पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा है. इसमें चेतावनी दी गई है कि अगर नीलामी जारी रहती है तो तीव्र आंदोलन होगा.
हिंदू संगठन ने कहा है, “एमएफ हुसैन ने 26/11 आतंकी हमले के समय ‘रेप ऑफ इंडिया’ नाम से एक चित्र बनाया था, जिसमें भारत माता को नग्न और अपमानजनक रूप में दर्शाया था. यह देशद्रोह की पराकाष्ठा की थी. अन्य चित्रों में नग्न भारत माता के शरीर पर भारतीय शहरों के नाम लिखे हैं. एक चित्र में नग्न हनुमान की पूंछ पर नग्न सीता बैठी हैं, तो अन्य में नग्न राम-सीता और हनुमान एक साथ चित्रित हैं.”
’एमएफ हुसैन के खिलाफ 1250 शिकायतें'
समिति की ओर से कहा गया, “एक चित्र में श्रीगणेश को नग्न महिला की गोद में बैठाया गया है, जबकि दूसरे में भगवान हनुमान को नग्न महिला को हाथ में लेकर उड़ते हुए दिखाया गया है. देवी सरस्वती, पार्वती, गंगा, यमुना आदि देवियों का भी विकृत, नग्न और अश्लील चित्रण कर करोड़ों हिंदुओं की श्रद्धा को ठेस पहुंचाई गई है. इन आपत्तिजनक चित्रों के विरोध में देशभर में एमएफ हुसैन के विरुद्ध 1250 से ज्यादा पुलिस शिकायतें दर्ज की गई हैं. इसके कारण देशभर में उनके प्रदर्शन का विरोध हुआ और अंततः उन्हें भारत छोड़कर कतर की नागरिकता लेनी पड़ी थी.”
’प्रदर्शनी आयोजित करना राष्ट्रद्रोह को समर्थन देने जैसा'
समिति ने आगे कहा कि इन 25 चित्रों की नीलामी का आयोजन उनके पूर्व राष्ट्रविरोधी और समाजविघातक कृत्यों को अप्रत्यक्ष समर्थन देने जैसा है. ‘कलात्मक स्वतंत्रता’ के नाम पर धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले और राष्ट्रविरोधी व्यक्तियों का गौरव किया जाना किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है.
एमएफ हुसैन के खिलाफ कई एक्शन
हाल ही में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने हुसैन की प्रदर्शन में लगी पेंटिंग्स को जब्त करने के आदेश दिए हैं और जांच चल रही है. पहले भी हुसैन की कई प्रदर्शनियां विरोध के चलते रद्द हुई हैं और उनके नाम पर दिए जाने वाले पुरस्कार भी रद्द किए जा चुके हैं.
एमएफ हुसैन की पेंटिंग्स नष्ट किए जाने की मांग
ऐसे में अब हिंदू जनजागृति समिति ने मांग की है कि एमएफ हुसैन के चित्रों की प्रस्तावित नीलामी और बिक्री तुरंत रोकी जाए और उस पर कानूनी प्रतिबंध लगाया जाए. इन चित्रों का प्रदर्शन या विक्रय करने वाले व्यक्तियों, संस्थाओं और आर्ट गैलरियों पर विधिसंगत कार्रवाई की जाए. धार्मिक और राष्ट्रीय भावनाओं को आहत करने वाली चित्रकृतियों के प्रसार पर रोक लगाई जाए और भारत माता के अपमानजनक चित्र को राष्ट्रविरोधी घोषित कर उसे नष्ट किया जाए.