मुकाम में फैसला-कुलदीप बिश्नोई-बूड़ियां से मांगा इस्तीफा:कुलदीप-फुरसानी के बयान पर देवेंद्र बुड़िया ने खोले राज, बोले, राजस्थानी लाल मांस खाया

by Carbonmedia
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राजस्थान में स्थित गुरु जंभेश्वर् भगवान के समाधि स्थल मुकाम धाम में बिश्नोई समाज और संत महात्माओं की बुधवार को मीटिंग हुई। इस मीटिंग में समाज को लेकर कई अहम फैसले लिए और नई कार्यकारिणी के चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई। पूर्व निर्धारित मुख्य चुनाव अधिकारी भगवानदास के नेतृत्व में चुनाव होंगे। संरक्षक पद और उनसे जुड़ी शक्तियां खत्म होंगी। साथ ही यह भी फैसला लिया कि कुलदीप बिश्नोई नए संरक्षक पद से इस्तीफा दें और समाज को लिखकर दें। नई हुकमाराम वाली कार्यकारिणी से कुलदीप बिश्नोई त्याग पत्र लिखवा कर दें कि ये कार्यकारिणी अवैध है। देवेंद्र बूड़िया महासभा अध्यक्ष से इस्तीफा दें। लोकतांत्रिक प्रणाली से चुनाव हो और सदस्यता अभियान जारी रहेगा। इस दौरान पुलिस भी तैनात रही। मुकाम सभा में मुख्य चुनाव अधिकारी भगवानदास संबोधन में बताया कि कुलदीप बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर 08 दिसंबर 2024 को संरक्षक पद छोड़ा था, लेकिन मुरादाबाद रजिस्ट्रार कार्यालय में अभी तक लिखित में नहीं दिया है। वास्तव में कुलदीप बिश्नोई चुनाव चाहते है तो पहले इस्तीफा लिखकर मुरादाबाद रजिस्ट्रार कार्यालय में दें। फिर समाज को दे। उसके बाद देवेंद्र बुढ़िया भी इस्तीफा दें।
फरवरी 2024 में देवेंद्र बुढिया ने कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटाया था। फिर कुलदीप बिश्नोई ने 21 सदस्यों में से 16 सदस्यों का हस्ताक्षर करके एफिडेविट मुरादाबाद रजिस्ट्रार कार्यालय में सौंप कर वापस संरक्षक पद पर काबिज हो गए। BJP नेता कुलदीप बिश्नोई और देवेंद्र बूड़िया ​​​​​​​के बीच गरमाया आपसी विवाद अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के संरक्षक BJP नेता कुलदीप बिश्नोई और अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया के बीच का विवाद फिर गरमा गया है। कुलदीप बिश्नोई ने दावा किया था कि सोसाइटी रजिस्ट्रार ने उन्हें संरक्षक पद से हटाने वाले फैसले को गलत करार दिया था। इसके बाद बिश्नोई संतों ने राजस्थान के मुकाम धाम में आज मीटिंग बुलाई है। इसका पता चलते ही देवेंद्र बूड़िया पर रेप का केस कराने वाली युवती ने वीडियो जारी किया। युवती ने कहा- संत रेप करने वाले दरिंदे यानी देवेंद्र बूड़िया के पक्ष में क्यों हैं?। इस बीच कुलदीप बिश्नोई ने लाइव आकर इमरजेंसी पर भाषण दिया और लोगों को इमरजेंसी की याद दिलाते हुए लोकतंत्र बचाने की बात कही। जिसके बाद अब देवेंद्र बूड़िया ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर कुलदीप बिश्नोई और उनके करीबी विकास फुरसानी (महासचिव) और उनके पूर्व MLA बेटे भव्य बिश्नोई को घेरा है। बूड़िया ने कहा कि बाप-बेटे राजस्थानी लाल मांस खाते हैं। क्या समाज का संरक्षक मांसाहारी होना चाहिए। मेरे खिलाफ साजिश रचकर रेप का केस कराया। बूड़िया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इन्हें बढ़ावा न दें। देवेंद्र बूड़िया की 6 अहम बातें… 1. मुकाम धाम की मीटिंग में नहीं जाऊंगा
देवेंद्र बूड़िया ने कहा- पहले तो मैं आपको यह बताना चाहता हूं कि आज जो मीटिंग है, उस मीटिंग में बिहारी, ओरगाराम, महंत भगवंत दास और सभी लोगों ने यह तय किया कि मैं और कुलदीप न आएं। हम फैसला करेंगे। इसलिए मैं नहीं आ रहा हूं। 2. कुलदीप बिश्नोई ने महासभा में इमरजेंसी लगाई
बूड़िया ने कहा- आज 25 जून को इंदिरा गांधी ने देश इमरजेंसी लगाई थी। मिस्टर कुलदीप बिश्नोई, आपने इस समाज की महासभा पर कब से इमरजेंसी लगाकर रखी थी। 20 साल हो गए। 12 साल तो तुम्हें संरक्षक बने हो गए और जब आप अध्यक्ष बने। कुलदीप बिश्नोई कह रहे थे कि लोकतंत्र स्थापित होना चाहिए। इमरजेंसी गलत लगाई। अरे आप दूसरों की बात तो छोड़ो, समाज को इमरजेंसी से मुक्त कर दो। कुलदीप बिश्नोई से निवेदन है कि अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा को लोकतांत्रिक रहने दो। जो चुनाव हो रहे हैं, वह साधु-संतों के सानिध्य में हो रहे हैं, इसे होने दो। इस समाज को आप लोकतांत्रिक तरीके से काम करने दो। इसमें बाधा मत डालो। 3. महासभा को गुलाम बनाया, समाज मुक्त कराए
बूड़िया ने कहा- तुमने (कुलदीप बिश्नोई) समाज की महासभा को गुलाम बना रखा है। मैं बिश्नोई समाज से निवेदन करता हूं कि अगर इससे मुक्ति नहीं पाई तो ये सदियों तक मुक्त नहीं होने देगा। मेरी कुर्बानी बेकार जाएगी। इसके आदमियों ने मुझे कई प्रलोभन दिए, मगर मैं नहीं माना। न मैं डरता, न झुकता हूं और न ही मैं पछताता हूं। मैंने जो कुछ भी किया, समाज के लिए किया। मैंने गुरु महाराज के आदेशों का पालना किया। 4. मैंने भगवान समझा, ये समाज के लिए राक्षस निकला
बूड़िया ने कहा- पिछले साल 11 नवंबर को मेरे साथ दिल्ली में लफड़ा किया। सारी रात मैंने विचार किया। मेरे मन में बार-बार यही आया कि देवेंद्र, अगर सब कुछ जानते हुए भी तुमने उसको छोड़ दिया, संस्था छोड़ दी तो भगवान गुरु जम्भेश्वर तुझे माफ नहीं करेंगे। मैं आज भी तटस्थ हूं। मैं इस आदमी को भगवान समझता था। मगर ये समाज के लिए राक्षस निकला। ये समाज से प्यार नहीं करता। समाज को यूज एंड थ्रो समझता है। समाज के लिए टाइम नहीं निकालता। SDM प्रियंका एक्सपायर हुईं तो इसने कहा कि इस तरह रोज मरते हैं। 5. बाप-बेटे राजस्थानी लाल मांस खाते हैं
बूड़िया ने आगे कहा- ये (कुलदीप बिश्नोई ) और इसका बेटा ( भव्य) मीट खाते हैं। इसके बेटे ने राजस्थानी लाल मांस खाया है। हाउस स्टाइल चिकन एंड अंडा करी इसने खाई। अगर इसमें कुछ झूठ हो तो मुझे जिंदा जला दिया जाए। ऐसे लेटर निकालने से आप सत्य नहीं हो सकते। आप देश को बधाई दे रहे हो कि इंदिरा गांधी से मुक्ति हुई। आप इस समाज को मुक्ति दे दो तुरंत प्रभाव से। 6. क्या बिश्नोई समाज का संरक्षक मांसाहारी होना चाहिए
बूड़िया ने कहा- कहां भजनलाल जी, कहां आप (कुलदीप बिश्नोई)। जिसने इस समाज को बनाया, उस समाज की क्या हालत कर दी। क्या हमारा संरक्षक मांसाहारी होना चाहिए। जो बिश्नोई समाज पेड़ों के लिए शहीद हो जाता है और वन्य जीवों के लिए शहीद हो जाता है, उनके समाज का संरक्षक कैसा होना चाहिए। आज इस बिश्नोई समाज की मीटिंग के अंदर आप लोग तय कर लीजिए। मैं वहां पर उपस्थित नहीं रहूंगा। अब पढ़िए कुलदीप बिश्नोई ने क्या कहा बूड़िया झूठ बोल रहे, चिंताजनक समस्या
बिश्नोई मंदिर हिसार के प्रधान जगदीश कड़वासरा ने कहा कि बूड़िया झूठ बोल रहे हैं। और कुछ नहीं। उसकी बातों में कोई सच्चाई नहीं है। खुद को रेप केस में जमानत नहीं मिली है। उस आदमी के बारे में क्या कह सकता हूं। समाज में इतने बड़े पद हैं और समाज में इससे बड़ा झूठा नहीं है। आज तक मैंने उस होटल का नाम तक नहीं सुना है, जिसमें प्रधान जी गए थे। फुरसानी बोले- आरोपों की जांच हो
वहीं इस संबंध में भारतीय बिश्नोई महासभा के महासचिव विकास फुरसानी से बात की गई तो उन्होंने कहा- यह व्यक्ति जो भी आरोप लगाता है, उसे जांचना चाहिए। जोधपुर में अजीत भवन जो उमेद भवन का हिस्सा है, एक फाइव-स्टार होटल है, जहां वह अक्सर ठहरते हैं। देवेंद्र बूड़िया ने वहीं से लाए कुछ बिल दिखाए कि खान-पान किया गया था। मैं खुद होटल गया और बिल की सत्यता जांची, न तो उस पर स्टांप था और न मुहर। राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप होते रहते हैं, लेकिन जब किसी की निजी जिंदगी सामने आती है, तो जांच होनी ही चाहिए। धर्मसभा-संतों की मीटिंग थी, संगठन का कोई नहीं था : विकास फुरसानी मुकाम धाम में फैसले लिए जाने पर भारतीय बिश्नोई महासभा के महासचिव विकास फुरसानी ​​​​​​​ने कहा कि वह नई कार्यकारिणी के महासचिव पद पर है। मुरादाबाद रजिस्ट्रार कार्यालय से आदेश जारी हो चुके हैं। वो आदेश की प्रति ऑनलाइन नहीं हुई। कई बार इस ऑनलाइन प्रक्रिया में समय लग जाता है। किसी को यकीन नहीं तो रजिस्ट्रार कार्यालय में एप्लीकेशन दायर करे। आज अमावस्या पर धर्मसभा और साधु-संतों की मीटिंग हुई थी। इसमें सभा या संगठन का कोई प्रतिनिधमंडल शामिल नहीं था। चुनाव के लिए अभियान चलाने पर चर्चा हुई थी। वो भी कुलदीप बिश्नोई ने खुद भी कहा है कि फागून माह से पहले-पहले चुनाव हो जाएंगे और पारदर्शिता से हो।

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