करनाल जिले के खेड़ी सर्फली गांव में मेडिकल स्टोर संचालक पर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। सीआईए असंध ने केस में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि हमले में शामिल युवकों को हथियार और बाइक अलग-अलग व्यक्तियों ने मुहैया करवाई थी और इस पूरी साजिश के पीछे विदेश से फंडिंग हो रही थी। तीन आरोपियों को मंगलवार को गिरफ्तार किया था और आज रिमांड पर लिया। जिसके दो ओर युवक गिरफ्तार हुए, जिनको वीरवार को कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा। तीन मुख्य हमलावर मौके से पकड़े सीआईए असंध प्रभारी सलिंद्र कुमार को मंगलवार शाम गुप्त सूचना मिली थी कि खेड़ी सर्फली फायरिंग में शामिल तीन युवक गांव बाहरी के पास 152 डी पर घूम रहे हैं। सूचना के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने वहां से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान असंध के जयकरण, खेड़ी सर्फली के जसमिलन उर्फ माही और कैथल के क्योड़क गांव के राहुल के रूप में हुई है। तीनों को बुधवार सुबह कोर्ट में पेश कर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। हथियार और बाइक देने वाले भी दबोचे पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्हें फायरिंग के लिए हथियार पानीपत के नगलापार के अमित शर्मा ने उपलब्ध करवाए थे और बाइक असंध के जबाला गांव के राहुल कुमार ने किसी दोस्त की उपलब्ध करवाई थी। पुलिस ने दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों को वीरवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा और रिमांड पर लेने की तैयारी है। विदेशी नंबर से हो रही थी फंडिंग पुलिस जांच में सामने आया है कि पूरी वारदात में विदेश में बैठे लोगों की भी भूमिका है। आरोपियों को विदेशी नंबर से फंडिंग हो रही थी, जिसके आधार पर पुलिस ने नंबर ट्रेस कर लिए हैं। अब विदेशी कनेक्शन की कड़ी से कड़ी जोड़ी जा रही है और जांच आगे बढ़ रही है। डीएसपी गोरख पाल के अनुसार, विदेशी हैंडलर तक पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं। फायरिंग की घटना का पूरा ब्योरा घटना 11 जुलाई की शाम करीब साढ़े सात बजे की है। खेड़ी सर्फली गांव में मेडिकल स्टोर चलाने वाले रणजीत सिंह एक मरीज का बीपी चेक कर रहे थे, तभी स्पलेंडर बाइक पर सवार तीन नकाबपोश युवक आए और दुकान पर पहुंचते ही पिस्टल निकालकर फायरिंग कर दी। रणजीत जान बचाकर पास के घर में भागा, बदमाश उसका पीछा करते हुए वहां तक पहुंचे, लेकिन वह बच निकला। आरोपी हवाई फायर करते हुए मौके से फरार हो गए। घटना दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई थी। रंजिश की वजह से हुआ था हमला पीड़ित रणजीत सिंह ने आरोप लगाया कि यह हमला गांव के सरपंच लक्खा सिंह की रंजिश के चलते करवाया गया है। रणजीत के मुताबिक, उसने एक बार सरपंच के दोस्त को अस्पताल पहुंचाने में मदद की थी, जिससे सरपंच नाराज था और उसी बात को लेकर यह जानलेवा हमला करवाया गया। सीआईए ने साजिश की परतें की उजागर सीआईए असंध इंचार्ज सलिंद्र कुमार की अगुआई में गठित टीम ने लगातार दबिश देकर सभी आरोपियों को पकड़ा। डीएसपी गोरख पाल ने प्रेस वार्ता में बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों युवक घटना वाली बाइक पर सवार होकर आए थे। उन्होंने माना कि जयकरण और रणजीत के बीच पुराना झगड़ा था, जो इस हमले का मुख्य कारण बना। जयकरण का आपराधिक रिकॉर्ड पहले भी रह चुका है। हथियार बरामद, आगे की जांच जारी अब तक की कार्रवाई में पुलिस ने आरोपियों से हथियार भी बरामद कर लिए हैं। पुलिस मामले में विदेशी फंडिंग, हैंडलर और मोबाइल नंबरों की जांच में जुटी है। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। वीरवार को आरोपियों को दोबारा कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगा जाएगा, ताकि बाकी कड़ियां भी खोली जा सके।
मेडिकल स्टोर संचालक पर फायरिंग मामले में 5 आरोपी गिरफ्तार:करनाल में विदेशी फंडिंग से हुआ था हमला, हथियार-बाइक सप्लायर भी दबोचे
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