पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी को अपने झूठे दावों की वजह से दुनिया के सामने शर्मिंदा होना पड़ा है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने अमेरिका पहुंचे बिलावल भुट्टो जरदारी को इस बार भारत ने नहीं बल्कि इंटरनेशनल मीडिया ने जवाब दिया है. बिलावल भुट्टो संयुक्त राष्ट्र देशों के सामने झूठ फैला रहे थे कि 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद ‘भारत में मुसलमानों को शैतान बताया जा रहा है’, तभी इंटरनेशनल जर्नलिस्ट ने कर्नल सोफिया कुरैशी का जिक्र कर उनकी बोलती बंद कर दी.
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरस, महासभा के अध्यक्ष फिलेमन यांग और सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष कैरोलिन रोड्रिग्स बिर्केट के साथ बैठक करने के लिए बिलावल भुट्टो पाक प्रतिनिधिमंडल के साथ अमेरिका में हैं. पाकिस्तान ने अमेरिका में अपना नैरेटिव फैलाने के लिए बिलावल भुट्टो जरदारी को भेजा है.
संयुक्त राष्ट्र में प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बिलावल भुट्टो जरदारी ने जैसे ही भारत को लेकर जहर उगलना शुरू किया और झूठ बोला कि पहलगाम हमले के बाद मुसलमानों को शैतान की तरह देखा जा रहा है, इस दौरान एक विदेशी पत्रकार ने कहा कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की सैन्य ब्रीफिंग को व्यक्तिगत तौर पर देखा था, जिसका नेतृत्व एक मुस्लिम सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी कर रही थीं.
पत्रकार ने कहा, ‘मैंने भारत और पाकिस्तान दोनों की सैन्य प्रेस ब्रीफिंग देखी और जहां तक मुझे याद है भारतीय सेना की प्रेस ब्रीफिंग का नेतृत्व मुस्लिम मिलिट्री ऑफिसर कर रहे थे.’ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने सेना की प्रेस ब्रीफिंग में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जानकारी दी थी कि पाकिस्तान में कहां-कहां सैन्य ठिकानों को तबाह किया गया.
जब यूएन के पत्रकारों ने कर्नल सोफिया कुरैशी का जिक्र किया तो बिलावल भुट्टो जरदारी के चेहरे का रंग उड़ गया और उन्होंने कहा, ‘जहां तक ऑपरेशन सिंदूर की बात है, आप सही कह रहे हैं.’ बिलावल ने माना कि संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे को उठाने के पाकिस्तान के प्रयासों को महत्वपूर्ण झटका लगा है. उन्होंने प्रस ब्रीफिंग में कहा, ‘जहां तक संयुक्त राष्ट्र और सामान्य तौर पर कश्मीर मुद्दे का सवाल है, हमारे सामने आने वाली बाधाएं अभी भी मौजूद हैं.'