यमुनानगर में गांव चिक्कन के मौन व्रत धारी महंत को बंधक बनाकर मारपीट व लूटपाट मामले में हिंदू संघर्ष समिति के सदस्य SP से मिले। उन्होंने आरेापियों पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर कड़ी से कड़ी सजा और ही मंदिरों से सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध और सायरन लगाने की मांग की। संघर्ष समिति के बैनर तले गांव चिक्कन वासी और समाजसेवी भी एकजुट होकर लघु सचिवालय पहुंचे। 11 बजे सभी अनाज मंडी के गेट पर एकत्रित हुए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए नारेबाजी की। रोष मार्च निकाल पहुंचे लघु सचिवालय इसके बाद रोष मार्च निकालते हुए लघु सचिवालय पहुंच SP के नाम ज्ञापन सौंपा। भगवाना श्री परशुराम ज्योतिष केंद्र प्रमुख योगेश शर्मा ने कहा कि 6 बदमाशों द्वारा एक महंत पर इस प्रकार का हमला निंदनीय है। बदमाशों ने महंत को बंधक बनाकर पीटकर अधमरा कर दिया था और लूटपाट करके भाग गए थे। बदमाशों की नीयत महंत को जान से मारने की थी। पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को तो पकड़ लिया लेकिन उनके खिलाफ बीएनएस की धारा 305 और 331(6) के तहत ही मामला दर्ज किया गया, जबकि इसमें 307(हत्या के प्रयास) की धारा लगनी चाहिए थी। दो मुख्य आरोपी अभी फरार समाजसेवी चिराग सिंघल ने बताया कि मामले में दो मुख्य आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं। पुलिस को चाहिए की उन आरोपियों को भी जल्द से जल्द पकड़ा जाए। वहीं साधु संतों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। प्रशासन से मांग रखी गई है कि एकांत में पड़ने वाले मंदिरों में सायरन लगने चाहिए ताकि आपात स्थिति में उन्हें बजाकर मदद मांगी जा सके। यह था मामला चिक्कन गांव के अजात आश्रम में 20 मई की रात 6 बदमाशों ने महंत शिवपुत्र को बंधक बनाकर लूटपाट की थी। बदमाशों ने पानी और भोजन मांगने के बहाने महंत को नुकीले हथियार से घायल कर बेहोश किया। 50 हजार रुपए, सोने की अंगूठियां और दो मोबाइल लूटे। बदमाश महंत को मरा हुआ समझकर वहां से भाग गए। होश में आने पर महंत ने सरपंच को स्लेट पर लिखकर घटना के बारे में बताया। ग्रामीणों ने खोज कर चार बदमाशों को पकड़ा और पुलिस के हवाले किया था, जबकि दो बदमाश अभी भी फरार हैं।
यमुनानगर के मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था की मांग:मौनव्रत धारी महंत पर हमले में जुड़े धारा 307, मंदिरों में लगाए जाएं सायरन
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