पहाड़ी क्षेत्र में लगातार बारिश ने यमुनानगर के सढौरा क्षेत्र के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। क्षेत्र से गुजरने वाली नकटी, सोम, और पथराला नदियों के उफान पर आने से कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं। रविवार को नकटी नदी की पटरी टूटने से सढौरा में बाढ़ का पानी सड़कों और घरों में घुस गया, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र और नुकसान नकटी नदी की पटरी टूटने से सढौरा की सड़कें जलमग्न हो गईं, और कई घरों में पानी भर गया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि मानसून के दौरान हर साल ऐसी स्थिति बनती है, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया। सोम और पथराला नदियों के उफान से खानूवाला, लोपियो, तिहानो, हड़ौली, खानपुरा, खानपुरी, बलोली, सैनी माजरा, ऊर्जनी, और याकूबपुर जैसे दर्जनों गांव प्रभावित हुए हैं। बरसाती पानी खेतों में घुसने से सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। स्थानीय लोगों का आक्रोश ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ रोष जताया है। उनका कहना है कि नकटी नदी की पटरी हर साल टूटती है, लेकिन प्रशासन केवल अस्थायी मरम्मत कर खानापूर्ति करता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि नदी की खुदाई कर इसे गहरा किया जाए ताकि बारिश के दौरान ओवरफ्लो की समस्या न हो। साथ ही, नदी पर हुए अवैध कब्जों को हटाने की मांग भी उठी है। ग्रामीणों का कहना है कि वे इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री से भी मिल चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
यमुनानगर के सढौरा में टूटी नकटी नदी की पटरी:बाढ़ की चपेट में आया क्षेत्र; सड़कें लबालब; घरों में घुसा पानी
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