यमुनानगर के सारन गांव में नशे के कारण बढ़ रही वारदातों के खिलाफ मंगलवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। भारी संख्या में सरपंच प्रतिनिधि ग्रामीणों को लेकर रोष मार्च निकालते हुए एसपी कार्यालय पहुंचे और नशे पर लगाम कसने के लिए सख्त कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि एरिया में नशे के कारण अन्य वारदातें काफी बढ़ गई हैं। पिछले दो माह में 10 से ज्यादा चोरियां और एक्सीडेंट सात से आठ एक्सीडेंट हो चुके हैं और लड़ाई झगड़े तो अब आम सी बात हो गई है। इन सबके पीछे नशा ही सबसे बड़ा कारण है। ग्रामीणों ने एसपी से गांव में रात के समय पुलिस गश्त की मांग की है ताकि रात के समय होने वाली चोरियां और नशा तस्करी पर लगाम कसी जा सके। नशे के खिलाफ कार्रवाई की मांग एसपी कमलदीप गोयल ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि एंटी नारकोटिक सैल की टीम द्वारा गांव को नशा मुक्त करने के लिए स्पेशल अभियान चलाया जाएगा। सरपंच प्रतिनिधि विपिन ने कहा कि गांव की युवा पीढ़ी प्रतिदिन नशे की चपेट में आ रही है। जिससे वे क्राइम की दुनिया में कदम रखने लगे हैं। पैसे ने होने पर नशे की आपूर्ति के लिए बच्चे भी चोरियां करने लगे हैं। यदि लगातार ऐसा ही चलता रहा हाे तो नई पीढ़ी पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी। ग्राम पंचायत की तरफ से पिछले कुछ दिनों में नशा बेचने वालों व खरीदने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी नशेडिय़ों तादाद कम नहीं हो रही है। नाबालिग भी नशे की चपेट में विपिन का कहना है कि नशे ने आसपास के गांवों में भी अपने पैर पसार लिए हैं। पिछले सप्ताह गांव के पांच छह बच्चे नशा करते पाए गए थे, जिनमें नाबालिग भी शामिल थे। बच्चों का भविष्य खतरे में देखते हुए प्रशासन को इस ओर सख्त कदम उठाने चाहिए। इस दौरान कमलजीत, अनमोल, संदीप, सचिन और महिपाल सहित काफी ग्रामीण मौजूद रहे।
यमुनानगर के सारन गांव में नशे के खिलाफ भड़के ग्रामीण:एसपी कार्यालय पहुंच की कार्रवाई की मांग, बोले: लगातार बढ़ रही वारदातें
2