यमुनानगर में गैंगस्टरों की धमकियों से शराब के ठेकेदार खौफजदा हैं। ठेकों की बोली से पहले बदमाश कहीं फायरिंग कर रहे हैं तो किसी को फोन कर धमका रहे हैं। ऐसे में ठेकेदार बोली लगाने के लिए खुलकर आगे आने में कतरा रहे हैं। ऐसे हालात में उन्हें सुरक्षा का एहसास दिलाने के लिए रविवार को छुट्टी होने के बावजूद भी एक्साइज कलेक्टर विजय सिंह यमुनानगर आए। उन्होंने जगाधरी में डीईटीसी ऑफिस में शराब के ठेकेदारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने एक-एक कर ठेकेदार को अंदर बुलाया और उनकी समस्या को जाना। इस दौरान किसी भी थर्ड पर्सन अंदर नहीं आने दिया। ठेकेदारों से कलेक्टर को बताया कि ठेकों के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं बावजूद इसके उन्हें जान का रिस्क है। ऐसे में पैसे देकर जान देना किसी को भी मंजूर नहीं हैं। पहले सिर्फ मामूली धमकियां ही मिलती थीं, लेकिन अब तो फायरिंग करा बड़े गैंगस्टर खुद धमका रहे हैं। सुरक्षा का दिया आश्वासन ठेकेदारों ने पिछले दिनों गोबिंदपुरी रोड स्थित ठेके पर फायरिंग, जगाधरी बस स्टैंड के पास गोदाम में फायरिंग और खेड़ी लक्खा सिंह में तिहरा हत्याकांड जैसी घटना का जिक्र करते हुए अपनी बात को रखा। कलेक्टर ने सभी ठेकेदार को सुरक्षा का आश्वासन देते हुए बोली में बढ़चढ़कर भाग लेने का अनुरोध किया। प्रशासन के अनुसार अब चार जून को नए सिरे से शराब के ठेकों की बोली लगेगी। दूसरी बार में भी कम ठेकेदारों द्वारा बोली लगाए जाने का अनुमान लगाया जा रहा है। प्रशासन इस बारे कोई टिप्पणी नहीं कर रहा है। बता दें कि 31 मई को नीलामी के दौरान 56 में से महज तीन जोन जोन के ठेके केवल 27 करोड़ रुपए में ही बिक पाए। जिले 56 जोन में शराब ठेकों की नीलामी से एक्साइज विभाग ने कहां तो 500 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व आने का अनुमान लगाया था, लेकिन जो रिजर्व प्राइस रखा गया था उसका कुछ प्रतिशत ही खजाने में आया।
यमुनानगर में गैंगस्टरों से शराब ठेकेदार खौफजदा:एक्साइज कलेक्टर ने एक-एक को कमरे में बुला सुनी समस्या, 4 को नए सिरे से होगी निलामी
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