यमुनानगर में सीआईए-2 की टीम ने ट्रांसफॉर्मर चोर गिरोह को पकड़ा है, जिन्होंने पूछताछ में 15 वारदातों का खुलासा किया है। ये सभी वारदातें आरोपियों ने सढौरा, व्यासपुर, यमुनानगर और छछरौली एरिया में की थी। आरोपी चोरी में ऑटो रिक्शा का इस्तेमाल किया करते थे। आरोपियों की पहचान गोविंदपुरी निवासी सोनू उर्फ वीरेंद्र, डेहा बस्ती निवासी अरुण, अवतार उर्फ नाग व रोहित के नाम से हुई। सभी आरोपियों को कल अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। जानकारी अनुसार आरोपियों के ऊपर पहले से चोरी के कई मामले दर्ज हैं जो कोर्ट में विचाराधीन हैं। सवारी बनकर जाते थे चोरी करने आरोपियों के पास एक ऑटो था, जिसमें बैठ से सवारी बनकर चोरी करने जाते थे। रास्ते में कोई सुनसान जगह में लगे ट्रांसफॉर्मर के पास ऑटो रोक लेते थे और उसमें से स्पेयर पार्टस चुरा लेते थे। इस दौरान एक आरोपी आसपास निगरानी करता था। ज्यादातर वारदातों को रात के समय अंजाम दिया गया। पुलिस अभी यह जांच कर रही है कि आरोपी चोरी के इस सामान को बेचा कहां करते थे और इसके अलावा और भी किस प्रकार के आपराधिक मामलों में इन्वॉल्व हैं। सीआईए 2 के इंचार्ज राजकुमार ने बताया कि उनकी टीम को गुप्त सूचना मिली कि चार युवक सेक्टर 18 टाउन पार्क के पास वारदात के फिराक में घूम रहे हैं। इस सूचना के आधार पर एएसआई रमेश अरुण संजय कुलदीप की टीम का गठन किया गया। रिमांड पर लिए आरोपी टीम ने मौके पर जाकर वहां घूम रहे चारों युवकों गिरफ्तार किया जिन्होंने अपना नाम सोनू उर्फ वीरेंद्र, अरुण, अवतार उर्फ नाग व रोहित बताया। सख्ती से पूछताछ पर आरोपियों से ट्रांसफॉर्मर चोरी के 15 वारदातों को खुलासा किया। आरोपियों के पास एक ऑटो रिक्शा थी जिसमें सवार होकर जाते थे और सुनसान जगह पर जाकर चोरी करते थे। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है। इंचार्ज ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर में कॉपर होता है इसलिए उसकी चोरी अधिक होती है।
यमुनानगर में ट्रांसफॉर्मर चोर गिरोह का पर्दाफाश:15 वारदातों का खुलासा, ऑटाे में जाते थे चोरी करने, स्पेयर पार्ट्स चुराते थे
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