यमुनानगर में मानसून से पहले ही बारिश के कारण जगह-जगह जलभराव होने के बाद अब प्रशासन ने ग्राउंड लेवल पर काम करने के लिए कमर कस ली है। डीसी पार्थ गुप्ता ने सिंचाई विभाग को नालों व ड्रेन की सफाई के निर्देश देने के साथ उसकी ड्रोन से रिकार्डिंग करने को भी कहा है। ताकि वे जांच सकें कि ड्रेन अच्छे से साफ हुई है या नहीं। इतना ही ड्रेन के अंदर गिरे हुए पेड़-पौधे, घास-फूस एवं बहाव में आने वाले अन्य अवरोधकों को अच्छी तरह से साफ करने का आदेश दिया है। डीसी ने सख्ती से कहा कि अधिकारियों की ग्राउंड रिपोर्ट और रियलिटी एक जैसी होनी चाहिए। अगर कोई अंतर पाया गया तो कार्रवाई होगी। जीपीएस लोकेशन के साथ लेनी होगी फोटो DC पार्थ गुप्ता ने गुरुवार को खुद व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने डीच ड्रेन, नजदीक नहर विश्राम गृह, रादौर और राक्षी नाला-अमलोहा, पुलिया-चमरोड़ी, पुल-बकाना, बैंदी, टोपरा खुर्द, सुढैल का दौरा किया। इस दौरान संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को सफाई के कार्य की जीपीएस लोकेशन के साथ फोटो लेने को कहा ताकि सभी स्थानों की सूची तैयार की जा सके। इसके साथ ही संबंधित कार्यों में लगे वाहनों, क्रैन व ट्रेक्टर आदि की लॉग बुक भी तैयार उसका पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा। उन्होंने एसडीएम रादौर को समय-समय पर कार्य की जांच करने के निर्देश दिए। काम में कोताही पर देना होगा जवाब डीसी ने कहा कि मानसून से पहले ड्रेन और नालों की अच्छे से सफाई हो जानी चाहिए। इसमें किसी प्रकार की कोताही बरतने पर संबंधित अधिकारी से जवाब मांगा जाएगा। डीसी ने निर्देश दिए कि सभी आपसी तालमेल से टीम बनाकर कार्य करें एवं निर्धारित समय सीमा के अंदर ड्रेन अथवा नालों की साफ-सफाई का कार्य पूरा करें। इस दौरान SDM रादौर नरेंद्र कुमार व सिंचाई विभाग के SE आरएस मित्तल सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
यमुनानगर में ड्रेन की सफाई की ड्रोन से होगी रिकॉर्डिंग:DC के आदेश, बोले- ग्राउंड रिपोर्ट और रियलिटी एक जैसी हो, नहीं तो कार्रवाई
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