यमुनानगर के डैकरीवाला गांव में नगर निगम की लापरवाही से एक किसान की जमीन बंजर हो गई। स्थानीय निवासी अजय कुमार ने आरोप लगाया है कि नगर निगम के ठेकेदारों ने उनकी जमीन पर बिना प्रोसेसिंग किया कई क्विंटल कूड़ा दबा दिया, जिससे उनकी उपजाऊ जमीन बेकार हो गई। हालात यह है कि जहां से भी जमीन की खुदाई करो बस कूड़ा ही बाहर निकलकर आ रहा है। इस मामले में शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंचने के बावजूद अब तक आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले में अब मेयर द्वारा जांच कमेटी गठित करने के आदेश जारी कर दिए हैं। नगर निगम आयुक्त अखिल पिलानी के निर्देशन में यक कमेटी जांच करेगी और मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रोसेस्ड कूड़ा डालकर लेवल करने का दावा अजय कुमार ने बताया कि उसकी डैकरीवाला गांव में जमीन है। बारिश के कारण जमीन का कुछ हिस्सा बह गया था, जिसे समतल करने के लिए वे पिछले पांच-छह महीने पहले काम कर रहा था। उस दौरान नगर निगम के कुछ लोग, जिनमें पुनिया, वीरेंद्र और काला शामिल थे, उससे मिले। इन्होंने खुद को निगम का ठेकेदार बताया। इन लोगों ने दावा किया कि उनके पास काफी संख्या में नगर निगम का यूनिट(प्रोसेस किया हुआ कूड़ा) इकट्ठा है, जिसे जमीन में भरकर उसके ऊपर मिट्टी डाल देंगे। इससे तुम्हारी जमीन का लेवल ठीक हो जाएगा। अजय ने बताया कि वह गांव में न रहकर अपने परिवार के साथ पंचकुला रहता है। गैर मौजूदगी में डाला बिना प्रोसेसिंग का कचरा अजय ने आरोप लगाया कि उसकी गैर हाजिरी में नगर निगम के ठेकेदारों ने प्रोसेस्ड कूड़े की बजाय बिना प्रोसेसिंग वाला कचरा उनकी जमीन में डाल दिया और उसे छिपाने के लिए ऊपर से प्रोसेस्ड यूनिट डाल दी। जब उसे इसकी जानकारी हुई, तो तुरंत नगर निगम और मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत दर्ज की। शिकायत के बाद नगर निगम से अधिकारी मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे और कहा कि यह कुछ नहीं है। इसके बाद वे बगैर कोई कार्रवाई किए वहां से चले गए। अजय ने कहा कि 6 जुलाई को ग्रामीणों ने जमीन पर कूडा डालने आई नगर निगम की एक गाड़ी को पकड़ा भी था। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने जारी किया शोकेस नोटिस अजय ने कहा कि इस कूड़े के कारण उसकी जमीन बंजर हो चुकी है। उसने इस कूड़े को उठवाकर उसकी जमीन का जो लेवल था वह वापिस करने की डिमांड की थी, लेकिन अभी तक उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई है। उसने मार्च माह में इस मामले में पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को भी शिकायत की थी, जिस पर बोर्ड के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच जांच की थी। इस मामले में 8 जुलाई को नगर निगम को शोकेस नोटिस भी जारी किया जा चुका है। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई: मेयर मेयर सुमन बहमनी ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है। इस मामले में उन्होंने नगर निगम आयुक्त को एक जांच कमेटी गठित करने के आदेश जारी कर दिए हैं। नगर निगम आयुक्त के निदेर्शन में यह कमेटी वर्क करेगी। वहीं कमेटी मौके पर जाकर जांच भी करेगी। कमेटी की रिर्पोट आने पर जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसमें चाहे नगर निगम कर्मचारी हो या फिर ठेकेदार।
यमुनानगर में नगर निगम के कूड़े से भर दिया खेत:जांच के लिए कमेटी गठित, मेयर बोलीं: दोषी के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
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