यमुनानगर में बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत पहुंचाने का काम किया है वहीं जगाधरी में स्थित 11 केवी जेस्को स्विच पावर हाउस की जर्जर बिल्डिंग ने बिजली निगम के कर्मचारियों और शहर की बिजली आपूर्ति के लिए गंभीर खतरा पैदा कर दिया है। 60 साल से अधिक पुरानी इस बिल्डिंग की छत और दीवारों से पानी रिस रहा है, जिसके कारण 32 कर्मचारी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी करने को मजबूर हैं। बिल्डिंग की छत व दीवारों से रिसकर पानी जहां मशीनों के ऊपर गिर रहा है वहीं बहुत सा पानी मशीनों के नीचे भी जा रहा है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। मशीनों पर खतरा, तिरपाल से बचाव कर्मचारियों ने मशीनों को पानी से बचाने के लिए तिरपालों का सहारा लिया है। शिफ्ट अटेंडेंट गुरमुख ने बताया कि छत से रिसता पानी मशीनों के नीचे पहुंच रहा है, जिससे हर समय हादसे का डर बना रहता है। उन्होंने कहा, “यहां से आधे शहर की बिजली आपूर्ति होती है। अगर पानी मशीनों में गया तो बड़ा हादसा हो सकता है। पांच मशीनों की कीमत लगभग 10 करोड़ रूपए है, और इनके खराब होने से आधे शहर की बिजली गुल हो जाएगी, जिसमें 8-10 कॉलोनियां, 5 स्कूल, 4 अस्पताल और कई दुकानें व दफ्तर आते हैं। 60 साल से ज्यादा पुरानी बिल्डिंग, हर साल बढ़ती समस्या 1960 के दशक की यह बिल्डिंग पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। दीवारों का प्लास्टर उखड़ गया है, और छत से पानी टपकने के साथ-साथ पंखों में भी पानी घुस रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि हर मानसून में स्थिति और खराब हो जाती है। रात की शिफ्ट में 4-5 कर्मचारी ड्यूटी पर होते हैं, लेकिन उनका समय बाल्टियों से पानी निकालने में बीतता है। बिल्डिंग में कार्यरत 32 कर्मचारियों में 6 लाइनमैन, 20 असिस्टेंट लाइनमैन, 4 शिफ्ट अटेंडेंट और 2 फोरमैन शामिल हैं। इन 32 कर्मचारियों की रोटेशन में ड्यूटी रहती है। मशीनों के ऊपर गिर रहे पानी से सभी को अपनी जान का खतरा बना रहता है। पुरानी गिराकर नई बिल्डिंग बनाई जाएगी: एक्सईन बिजली निगम के एक्सईन पवन चिकारा ने बताया कि पुरानी बिल्डिंग को गिराकर नई बिल्डिंग बनाने का टेंडर हो चुका है। उन्होंने कहा, “पंचकुला हेड ऑफिस से बात हो गई है, और वर्क ऑर्डर जारी हो चुका है। एक-दो महीने में काम शुरू हो जाएगा।” नई बिल्डिंग में बाथरूम सहित अन्य सुविधाएं होंगी। हालांकि, कर्मचारियों का कहना है कि रिनोवेशन की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा है। कर्मचारियों ने प्रशासन से मांग की है कि बिल्डिंग की मरम्मत या नई बिल्डिंग का निर्माण जल्द से जल्द शुरू किया जाए। उनकी सुरक्षा के साथ-साथ शहर की बिजली आपूर्ति को सुरक्षित रखने के लिए यह जरूरी है। स्थानीय लोगों ने भी बिजली निगम से इस समस्या का त्वरित समाधान करने की अपील की है, ताकि बारिश के मौसम में बिजली आपूर्ति बाधित न हो और कर्मचारियों की जान को खतरा न रहे।
यमुनानगर में पावर हाउस में भरा बारिश का पानी:जर्जर बिल्डिंग की छत व दीवार टपकीं, 32 कर्मचारियों की जान खतरे में
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