यमुनानगर के जगाधरी में पड़ने वाले नाहरपुर गांव में रविवार सुबह आकाशीय बिजली ने एक पोल्ट्री फार्म की दो मंजिला इमारत को अपनी चपेट में ले लिया। तेज गड़गड़ाहट के साथ बिजली गिरते ही इमारत धड़ाम से ढह गई, जिसके मलबे में करीब 12 से 13 हजार चूजे दबकर मरने की आशंका है। इस हादसे से पोल्ट्री फार्म मालिक के अनुसार एक करोड़ के नुकसान का अनुमान है। स्थानीय लोगों के अनुसार तड़के हल्की बारिश के बीच बिजली गिरी, जिसने पोल्ट्री फार्म की इमारत को पूरी तरह नष्ट कर दिया। हादसे की सूचना मिलते ही संबंधित थाना पुलिस, पशु पालन विभाग की डॉक्टरों की टीम, और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। मलबे को हटाने के लिए जेसीबी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन अधिकतर चूजों की मौत हो चुकी है। आसपास के लोग आए दहशत में हादसे के प्रत्यक्षदर्शी नीरज कुमार और हितेश ने बताया कि बिजली गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग दहशत में आ गए। नीरज ने कहा हमने देखा कि इमारत एक पल में ही ढह गई। हमने तुरंत मदद शुरू की, लेकिन मलबे में कोई चूजा जिंदा नहीं बचा। पोल्ट्री फार्म मालिक राजपाल ने बताया कि वह कई वर्षों से यह फार्म चला रहे हैं और यहां अंडों की सप्लाई मिलिट्री एरिया में होती है। इस हादसे ने उनकी आजीविका को गहरा झटका दिया है। उन्होंने कहा इमारत गिरने और हजारों चूजों की मौत से हमें भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। वे सरकार और प्रशासन से गुहार लगाते हैं कि हमारे नुकसान की भरपाई की जाए ताकि हम दोबारा फार्म शुरू कर सकें। डॉक्टरों की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। पशु चिकित्सक डॉ. अशोक मिश्रा ने बताया कि इमारत पर सीधी बिजली गिरने के कारण यह हादसा हुआ। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि इमारत पूरी तरह ढह चुकी है और सभी चूजे मलबे में दबकर मर गए। उन्होंने कहा शायद हल्की बारिश और बिजली का संयोजन इस हादसे का कारण बना।
यमुनानगर में पोल्ट्री फार्म पर गिरी आसमानी बिजली:दो मंजिला इमारत हुई धवस्त, 12 हजार चूजे बदकर मरे, एक करोड़ का नुकसान
2