यमुनानगर में बारिश ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा रखी है। जगह-जगह जलभराव के कारण डेंगू के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। विभाग की टीमें गली-गली जाकर हाउसहोल्ड सर्वे कर रही हैं और लोगों को डेंगू से बचाव के उपाय बता रही हैं। विभाग ने अब तक 5,839 लोगों के सैंपल डेंगू जांच के लिए भेजे हैं। वहीं दो हजार से ज्यादा लोगों को मच्छरों का लार्वा मिलने पर नोटिस जारी किए गए हैं। टीमें घर-घर जाकर लोगों से अपील कर रही हैं कि अपने आसपास खाली प्लाटों में पानी जमा न होने दें। जिले में अब तक पांच डेंगू पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं, जिनमें 3 बच्चे शामिल हैं। ऐसे में विभाग रोजाना 40 से 50 सैंपल एकत्रित कर जांच में जुटा हुआ है। डिप्टी सिविल सर्जन मलेरिया डॉ. सुशीला सैनी ने बताया कि जिन लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं उनकी मॉनिटरिंग भी की जा रही है। जिले में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा मलेरिया जांच के लिए इस साल में अब तक 70 हजार 233 ब्लड स्लाइड तैयार की गई हैं। वहीं रैपिड फीवर मास सर्वे में 47 हजार 545 घर कवर किए गए हैं। डॉ. सुशीला ने बताया कि डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और त्वचा पर चकत्ते शामिल हैं। यदि किसी को ये लक्षण दिखें, तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि समय पर जांच और सावधानी से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है।
यमुनानगर में बारिश ने बढ़ाई स्वास्थ्य विभाग की चिंता:डेंगू का बढ़ रहा खतरा, टीमें कर रहीं हाउसहोल्ड सर्वे, थमाम जा रहे नोटिस
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