यमुनानगर में युवती को दहेज के लिए किया प्रताड़ित:पति अफीम खाकर हाथ बांध बनाता था अप्राकृतिक संबंध, ब्रूटल रेप की दी शिकायत

by Carbonmedia
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यमुनानगर की युवती ने अपने सुसराल वालों के खिलाफ दहेज के के प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंप कार्रवाई की मांग की है। युवती का आरोप है कि उसके पति ने सुहागरात वाले दिन अफीम खाकर उसके हाथ बांधकर उसके साथ अप्राकृतिक संबंध बनाए और उसका ब्रूटल तरीके से रेप भी किया। युवती ने मामले में महिला थाना पुलिस पर भी कार्रवाई न करने का भी आरोप लगाया है। युवती का कहना है कि वुमेन सैल में बुलाकर उससे जबरदस्ती कोरे कागज पर साइन करवाकर केस को रफा दफा करने का प्रयास किया गया। वहीं सैल में आरोपियों की आवभगत की जा रही थी। परिजनों ने एसपी ने जांच अधिकारी बदलने की मांग की है। शादी में 20 लाख रुपए किए थे खर्च, दहेज के लिए 08 लाख अलग से गांधीनगर वासी 28 वर्षीय युवती ने बताया कि उसकी शादी 28 मई को मोरगंज बाजार, सहारनपुर(यूपी) निवासी आशुतोष के साथ हुई थी। शादी में पिता ने करीब 20 लाख रुपए खर्च किए थे और सोने चांदी के जेवरा और कीमती उपहार भी दिए थे। आरोपियों ने फर्नीचर के लिए आठ लाख रूपए नकद भी लिए थे। शादी के वक्त ससुराल वालो ने कहा था कि शादी रात की होगी और वे लोग सुबह ही यमुनानगर पहुंच जाएंगे। हमने अपने स्टैंडर्ड के हिसाब से वहां पर सफायर होटल बुक कर लिया है, जिसकी पेमेंट हमें बाद में कर देना। आरोपियों ने शादी के दौरान फेरों के समय होटल बुकिंग के नाम पर 4 लाख 22 हजार रुपए नकद लिए। सुहागरात पर अफीम खाकर बांधे हाथ शादी के बाद जब वह अपने ससुराल पहुंची तो सुहागरात पर उसका पति कमरे में आया और ड्रैसिंग टेबल एक सफेद रंग की डिब्बी निकाल उसमें से काले रंग का कुछ पदार्थ खाने लगा। जब उससे पूछा कि वह क्या खा रहा है तो वह बोला कि ये तेरे मतलब की चीज नहीं है। उसके बाद उसने बिस्तर पर आकर मेरे हाथ बांधने शुरू किए। जब मैंने उसका विरोध किया तो उसने उसे कई थप्पड़ मारे और फिर कसकर दुपट्‌टे से दोनों हाथ बांध दिए और बुरी तरह से उसके मेरे कपड़े फाड़े। दहेज के लिए किया जाता था प्रताड़ित आरोप है कि उसका पति उसके साथ वहशी तरीके से दो घंटे तक शारीरिक संबंध बनाता रहा और अप्राकृतिक संबंध भी बनाया। जब शरीर दुखने लगा तो वह चिल्लाई लेकिन कोई उसे बचाने के लिए नहीं आया। युवती ने ससुराल वालों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके ससुराल वाले उसे दहेज के लिए भी प्रताड़ित करते हैं। माता-पिता ने हैसियत के हिसाब से दान-दहेज के साथ-साथ आठ लाख रुपए भी दिए थे, लेकिन आरोपी फिर भी संतुष्ट नहीं थे। बुलेट मोटरसाइकिल लाने को कहा 05 जून को पिता उसे फेरे की रस्म के लिए सहारपुर उसके ससुराल लेने के लिए आए थे। इस दौरान उसके पति व सास ने उसके पिता को कम दहेज के ताने देते हुए भलाबुरा बोला। आरोपियों ने कहा कि फेरे के बाद जब लड़की बुलेट मोटरसाइकिल के साथ ससुराल में आनी चाहिए। उस दिन उसके पिता उसे लेकर यमुनानगर मायके लेकर आ गए। शर्म के मारे वह अपने परिवार वालों को अपनी पीड़ा नहीं बता पाई। 10 जून को उसका पति व ननद उसे वापिस ससुराल ले गएए। ससुराल में उसके पति का उसके प्रति बरताव क्रूरता भरा रहा। आरोपी गाली गलौज करता था और काफी भलाबुरा कहता था। जानवरों जैसा बरताव किया उसके बाद पति अक्सर अफीम खाकर उसके साथ जबरदस्ती अप्राकृतिक संबंध बनाता था। जब वह विरोध करती तो उसे बुरी तरह मारता था। ससुराल में उसके साथ जानवरों जैसा बरताव होता रहा। ससुराल वालों के अत्याचारों से हारकर उसने अपनी मां को फोन पर सारी बात बताई। जिस पर पिता को बात चली तो उसने मेरे ननदोई अभय बिंदल जिसने यह रिश्ता कराया था से बात की। इस पर अभय ने कहा कि आपने लड़की की शादी कर दी है अब आपका लड़की से कोई मतलब नहीं है। ननदोई ने पिता को दी जान से मारने की धमकी युवती ने आरोप लगाया कि अभय ने उसके पिता को गालियां दी और कहा कि कभी सहारपुर दिखाई दिया तो जान से मार दूंगा। उसकी बहुत ऊपर तक अप्रोच है। मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। 17 जून को उसकी ननद व ननदोई द्वारा उकसाने पर उसके पति ने उसके साथ बुरी तरह से मारपीट की और अगले दिन उसे मायके में यह कहकर छोड़ आया कि ससुराल वापिस बुलेट मोटरसाइकिल लेकर ही लौटना। जांच अधिकारी ने कोरे कागज पर कराए हस्ताक्षर युवती ने कहा कि उसने 01 जुलाई को पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भौरिया को मामले की शिकायत सौंपी थी, जिसे उन्होंने वुमेन सैल को मार्क कर दिया था। वुमेन सैल से फोन करके उसे 05 जुलाई को थाने बुलाया गया। जब वह उस दिन अपने पिता वुमेन सैल पहुंची तो जांच अधिकारी एएसआई सुषमा आरोपियों की खातिरदारी कर रही थी। सैल में पहुंचते ही जांच अधिकारी ने मेरे माता-पिता को का बाहर निकाल दिया और आरोपी के सामने मुझे काफी भला बुरा कहा। आरोप है कि जांच अधिकारी ने उससे कुछ कोरे कागज पर हस्ताक्षर करा लिए और बताया कि यह हाजिरी के लिए है। जांच अधिकारी बदलने की मांग उसके बाद माता-पिता को बुलाकर उनके भी जबरन हस्ताक्षर करा लिए और जांच अधिकारी कहने लगी कि तुम्हारी शिकायत पर कोई मुकदमा नहीं बनता। यदि दोबारा शिकायत की तो तुम्हारे ही खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दूंगी। युवती ने आज फिस से मामले की शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची थी। जहां एएसपी से उनकी मुलाकात हुई। पीड़ित पक्ष ने मामले जांच अधिकारी बदलने की मांग की है। युवती का आरोप है कि मौजूदा जांच अधिकारी आरोपियों के पक्ष की बात कर रही है। एएसपी ने परिवार को जांच अधिकारी बदलने का आश्वासन दिया है।

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