यमुनानगर में युवाओं से ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर ठगी:आरोपी बोली- उसके साथ भी हुआ धोखा, नहीं पता था चल रहा फर्जीवाड़ा

by Carbonmedia
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यमुनानगर में ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 80 से ज्यादा युवाओं से 15 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में एक नया मोड़ आया है। तीनों आरोपियों में से महिला आरोपी ने भुगतभोगी युवकों से संपर्क कर दावा किया कि उसके साथ भी धोखा हुआ है। उसे नहीं मालुम था की यहां पर वर्क वीजा लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी चल रही है। जिस दिन ऑस्ट्रेलिया जाने की फ्लाइट थी उसके पास दोपहर 1 बजकर 56 मिनट पर आरोपी अजय का मैसेज आया था कि प्रदीप हमारे साथ धोखा किया है वह 50 लाख रुपए और सारे पासपोर्ट लेकर फरार हो गया है। महिला अरोपी का कहना है कि वह खुद कोर्ट में आ जाती, लेकिन उसके बच्चों की जान को खतरा है। आज फिर एसपी कार्यालय जाएंगे युवक सभी युवा बुधवार को तीनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंपने के लिए गए थे, लेकिन छुट्‌टी होने के चलते अधिकारी से मुलाकात नहीं हो पाई। युवक आज फिर से पुलिस अधीक्षक के कार्यालय जाएंगे। युवाओं का कहना है कि 15 करोड़ों रुपए से ज्यादा की इस धोखाधड़ी में मोहाली का अजय कुमार, प्रदीप सिंह और यमुनानगर जगाधरी वर्कशॉप से रमनदीप कौर मुख्य आरोपी हैं। जगाधरी रोड स्थित संत निश्चल पब्लिक स्कूल के सामने बने ग्लोबल इंफोटेक के ऑफिस में रमनदीप रिसेप्शन पर बैठ युवाओं को ऑस्ट्रेलिया भेजने के जाल में फंसाया करती थी। आरोपी ने खुद को बेगुनाह बताया मामले में आरोपी अजय कुमार सारी फाइलें डील किया करता था और प्रदीप सिंह भी वहीं मौजूद हुआ करता था। 10 जून को जब सभी युवा ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट पकड़ने के लिए दिल्ली पहुंचे थे तो तीनों आरोपी अपना फोन स्विच ऑफ करके बैठ गए थे। हताश होकर अपने शहर वापिस लौटे युवकों ने अगले दिन पुलिस कार्रवाई का प्लान बनाया तो डर से आरोपी रमनदीप कौर ने फोन ऑन कर लिया और युवाओं से संपर्क साधा खुद को बेगुनाह बताते हुए कहा कि वह खुद धोखाधड़ी की शिकार हुई है। भुगतभोगी के साथ बातचीत का ऑडियो हुआ वायरल रमनदीप का एक युवक से फोन पर बात करने का ऑडियो वायरल हो रहा है। यह ऑडियो मंगलवार का ही है जब सभी युवक अपने परिजनों के साथ सामान सहित दिल्ली में थे और शाम को ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट पकड़ने का इंतजार कर रहे थे। महिला आरोपी ने फोन पर युवाओं को बताया है कि मंगलवार की सुबह उसने आरोपी अजय को कॉल करके पूछा था की क्या आप उस होटल पहुंच गए हो जहां पर युवाओं को पहुंचना है। इस पर आरोपी बोला की उसे अभी एक घंटा लगेगा। आरोपी ने मैसेज कर कहा- हमारे साथ फ्रॉड हुआ फोन पर आरोपी ने उसे चाणक्यपुरी आने को कहा। बोला कि जो बच्चों को ड्रेसें देनी हैं वह लोड कर रहा है तू भी आकर देख ले। वह बताए हुए एड्रेस पर चली गई। वहां फैक्ट्री के बाहर वह तीन घंटे खड़ी इंतजार करती रही। वह लगातार अजय को फोन करती रही वह कभी बोलता पांच मिनट में आ रहा तो कभी दम मिनट में। इस पर उसने अजय को बोला था कि आपने आना या नहीं आना। होटल में युवकों का बुरा हाल हो रहा है, कलेश हो रहे हैं। इसके बाद अजय का 1:56 पर मैरे पास मैसेज आता है कि रमन प्रदीप हमारे साथ फ्रॉड कर गया है। 50 लाख रुपए और सारे पासपोर्ट लेकर भाग गया है। खुद के घर जाने से किया मना आरोपी बोला कि उसे दो से तीन दिन का टाइम दो वह मामला सॉलव आउट करके सबकी पेमेंट वापिस कर दूंगा। आरोपी ने मुझे भी यमुनानगर खुद के घर पर जाने से मना किया। कहा कि दंगे फसाद होने लग रहे हैं। आरोपी महिला ने बताया मेरी पत्नी पहले सेशन कोर्ट की जज थी अब वह हाईकोर्ट में जज बन गई है। कहता था कि उसका सॉफ्टवेयर, ट्रेडिंग और फंडिंग का काम है। उसके कॉल सेंटर भी चल रहे हैं। महिला आरोपी का कहना है कि जो बातें आरोपी अजय उसे बोलता था वह सेंटर पर आने वाले युवाओं वही सब बातें बोलती थी। खुद कोर्ट आने वाली थी मुझे बिल्कुल भी मालुम नहीं था की ये बंदा हमारे साथ फ्रॉड करेगा। महिला आरोपी बोली की लोग उसके घर पर तोड़फोड़ कर रहे हैं। वह अपने बच्चों के साथ छिपती फिर रही हूं। वह बुधवार को सभी युवाओं से मिलने के लिए खुद कोर्ट आने वाली थी, लेकिन उसे रास्ते में जानकार ने फोन कर कहा कि वह कोर्ट ना जाए उसे व उसके बच्चों को जान का खतरा है। इस प्रकार हुई धोखाधड़ी ​​​​​बता दें कि जगाधरी रोड़ स्थित संत निश्चल पब्लिक स्कूल के सामने ग्लोबल इंफोटेक नाम से आरोपियों ने ऑफिस खोला था। जहां पर कम समय और कम रुपए में ऑस्ट्रेलिया का वर्क परमिट देने का दावा किया जाता था। आरेापियों ने चंडीगढ, जीरकपुर, लुधियाना और दिल्ली में भी अपनी ब्रांच खोल रखी थी। आरोपियों ने चंडीगढ, जीरकपुर, लुधियाना और दिल्ली, करनाल, कुरुक्षेत्र और अंबाला सहित कई जगह से 80 से ज्यादा युवाओं से करीब 15 करोड़ रुपए ले लिए। इसमें किसी से 10 किसी से 20 तो किसी से 25 लाख रुपए शामिल थे। आरेापियों का कहना था कि वे वर्क परमिट पर एक ग्रुप ऑस्ट्रेलिया भेज रहे हैं। उन्होंने सभी युवाओं को फर्जी वीजा दिखाकर दावा किया की मंगलवार रात की उनकी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट से फ्लाइट है। इसलिए वे सब दोपहर तक दिल्ली पहुंच जाएं। वहां पर उनके लिए होटल की बुकिंग करा रखी है। पासपोर्ट, वीजा और टिकट उन्हें वहीं पर दिए जाएंगे। सभी युवक अपने परिजनों के साथ ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट पकड़ने के लिए दिल्ली पहुंच गए बताए हुए होटल में चले गए। वहां जाकर चैक किया तो पता चला की उनके नाम से तो यहां पर कोई बुकिंग ही नहीं हो रखी है। इस पर युवकों ने आरोपियों से संपर्क किया, जिस पर आरोपी बोले की तुम अपने नाम से कमरा बुक करा लो वे आकर पेमेंट कर देंगे। उन्होंने काफी देर इंतजार किया लेकिन वहां पर कोई नहीं आया। ऐसे में फ्लाइट का स्टेटस जानने के लिए जब ऑनलाइन चैक किया तो टिकट कैंसिल शो हो रही थी। ऐसे में सभी ने अपनी-अपनी टिकट जांची तो सभी की टिकट कैंसिल हो चुकी थी। हताश होकर युवक अपने परिजनों के साथ वापिस यमुनानगर पहुंचे और रात 11 बजे आरोपियों के दफ्तर के बाहर हंगामा किया। मामले में फिलहाल शिकायत पुलिस को नहीं सौंपी गई है। आज फिर से युवक एकत्रित होकर पुलिस अधीक्षक से मिलेंगे और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगै।

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