यमुनानगर में लकड़ी के लट्ठों के नीचे दबने से युवक की मौत हो गई। युवक ट्रैक्टर ट्राली पर लकड़ी के बड़े-बड़े लट्ठों लोडिंग का काम किया करता था। तड़के जब लट्ठों की ट्राली भरकर लक्कड़ मंडी के लिए निकला तो अचानक बैलेंस बिगड़ने से ट्रैक्टर सड़क की साइड खदान में उतर गया और लकड़ी के भारीभरकम लट्ठे उसके ऊपर गिर गए। लट्ठों के नीचे दब जाने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल पहुंचाया जहां सुबह उसका पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया। 10 साल से कर रहा था लोडिंग का काम युवक की पहचान विहान(36) वासी भोजा खेड़ी जिला मुज्जफरनगर (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है। वह यहां कलानौर में 10 साल से ट्रैक्टर ट्राली पर लकड़ी लोडिंग का कार्य कर रहा था। विहान के भाई रिहान ने बताया कि विहान लंबे समय से यह काम कर रहा था। शुक्रवार तड़के कलानौर से ट्रैक्टर ट्राली को लकड़ी के लट्ठों से लोड करके वह लक्कड़ मंडी जाने के लिए निकला था। उसके पीछे बाकी लोग भी ट्रैक्टर ट्राली लेकर जा रहे थे। थोड़ी दूर चलने पर अचानक से बैलेंस बिगड़ गया और ट्रैक्टर ट्राली सड़क की साइड में खदान में उतर गई। ट्रैक्टर नीचे की तरफ था तो ऐसे में ट्राली के सारे लट्ठे विहान के ऊपर जा गिरे। भारीभरकम लट्ठों के कारण वह नीचे दबा रह गया। ऐसे में बाकी ट्रैक्टर ट्राली चालक वहां पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद लट्ठों को विहान के ऊपर से उठाया। जांच की ताे पाया की विहान डेड हो चुका था। 4 बच्चियों के सिर से उठा पिता का साया रिहान ने बताया कि विहान के पास चार चार लड़कियां हैं। जिनमें सबसे बड़ी 10 साल, उससे छोटी 8 फिर 6 और फिर 5 साल की हैं। बड़े वाली बच्चियां तो स्कूल जाती हैं और छोटी बच्चियों का एडमिशन कराना था। विहान की मौत से इन चारों बच्चियों के सिर से पिता का साया उठ गया है। वहीं कल ईद उल-अजहा को लेकर भी घर पर तैयारियां चल रही थी। अचानक इस दुर्घटना ने खुशियों को मातम में बदल दिया है। विहान के शव को आज उत्तर प्रदेश में ही उसके गांव भोजा खेड़ी में सुपुर्द ए खाक किया जाएगा।
यमुनानगर में लकड़ियों के नीचे दबने से युवक की मौत:चार बच्चियों के सिर से उठा पिता का साया, ड्राइविंग करता था
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