यमुनानगर में एक नाबालिग लड़की को लापता हुए 17 दिन हो चुके हैं। मामले में परिजनों उसके अपहरण होने की आशंका जताई है, जिसके तहत पुलिस में शिकायत भी कर चुके हैं। आरोप है् पुलिस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। मामले ने तब तूल पकड़ा जब परिजनों ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी के समक्ष कष्ट निवारण समिति की बैठक में अपनी बेटी को ढूंढने की गुहार लगाई। इस दौरान पुलिस की ढीली कार्रवाई पर भी सवाल उठाए गए। 07 जून को हुई थी लापता शिवपुरी कॉलोनी वासी एक व्यक्ति ने बताया कि 16 वर्षीय बेटी घर पर ही रहा करती थी। 07 जून की शाम को करीब 07 बजे वह घर से अचानक लापता हो गई थी, जिसकी उन्होंने हर जगह तलाश की, लेकिन कहीं पर कुछ पता नहीं चला।उसी दिन पुलिस स्टेशन गांधी नगर में शिकायत भी दी थी। आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने ढील बरती और कोई कार्रवाई नहीं की, जिस कारण उसकी बेटी बरामद नहीं हो पाई। शिकायतकर्ता ने बताया कि जब उसकी बेटी को लापता हुए 05 दिन हो बीत चुके थे तो उसे कहीं से पता चला कि ताजेवाला गांव के दो युवक विक्रम व राजेश ने उसकी बेटी का अपहरण कर उसे अपने घर में कैद करके रखा हुआ है। पुलिस को बताया, लेकिन नहीं हुई कार्रवाई इस बार उन्होंने तुरंत स्थानीय पुलिस को अवगत कराया, लेकिन बावजूद इसके पुलिस ने आज तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और न ही मेरी बेटी को उन युवकों के चंगुल से छुड़वाया। शिकायतकर्ता ने यह भी कहना है कि आरोपी उसे धमकाते हैं कि यदि उनके बारे कहीं पर भी कोई शिकायत की तो परिणाम भुगतना पड़ेगा। इतना ही नहीं आरोपी उसे व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी भी देते हैं। पुलिस बोली: इश्तेहार भी छपवाए और आरोपियों से पूछताछ भी की मामले में जांच अधिकारी एएसआई बलबीर सिंह द्वारा बताया गया कि नाबालिग के पिता की शिकायत पर 09 जून को थाना गांधीनगर में नाबालिग के लापता होने का मामला दर्ज कर लिया था। लड़की की तलाश के लिए इश्तेहार भी जारी करवाए गए। वहीं मामले में जिन दो युवकों पर नाबालिग के अपहरण करने का आरोप लगाया है उनसे भी पूछताछ की जा चुकी है, लेकिन अभी उसका कहीं कुछ पता नहीं चल पाया है। मामले में हर एक संदिग्ध से पूछताछ कर रहे हैं। जल्द ही नाबालिग को ढूंढ लिया जाएगा।
यमुनानगर में 17 दिनों से नाबालिग लड़की लापता:अपहरण की आशंका; पुलिस पर ढील का आरोप; मंत्री बेदी समक्ष भी लगाई गुहार
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