यमुनानगर में एक 5 लाख रुपए के एक चेक की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें एक फर्म के मालिक ने दो बैंकों पर मिलीभगत कर उसे आर्थिक नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि ड्रॉप बाक्स में से उसका चेक चुराकर किसी दूसरे व्यक्ति को आरटीजीएस कर दिया है। पुलिस ने फर्म के मालिक की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मैसर्स महायोगी उद्योग, सहारनपुर रोड के मालिक जसवंत राय ने शिकायत में बताया कि उनकी फर्म का खाता यूको बैंक, ब्रांच प्यारा चौक में है। सात मई को रंजू अग्रवाल ने उनकी फर्म के नाम पर 5 लाख रुपए का चेक जारी किया था, जो कैनरा बैंक, रेलवे रोड ब्रांच यमुनानगर से था। ड्रॉप बॉक्स से चोरी हुआ चेक यह चेक उसके बेटे ने 08 मई को सुबह 9:30 बजे यूको बैंक के ड्रॉप बॉक्स में डाला। आरोप है कि उसी दिन बैंक के ड्रॉप बॉक्स से किसी ने इस चेक काे चुरा लिया और किसी मोहित अरोड़ा नामक व्यक्ति के नाम आरटीजीएस करा दिया। इस धोखाधड़ी का पता तब चला जब वह 15 मई को पासबुक में एंट्री कराने के यूको बैंक पहुंचा। उसने पाया कि यूको बैंक से किसी नामालूम व्यक्ति ने चैक को चोरी करके 08 मई को ही कैनरा बैंक से आरटीजीएस करवा लिया। बैंकों पर मिलीभगत कर नुकसान पहुंचाने का आरोप जसवंत ने बताया कि वह किसी मोहित अरोड़ा काे नहीं जानते हैं और न ही इससे कोई वास्ता है। यह चैक रंजू अग्रवाल ने फर्म महायोगी उद्योग के नाम से जारी किया था। फिर इसकी पेमेंट मोहित अरोडा के नाम से कैसे हो गई है। जसवंत ने आरोप लगाया है कि यूको व कैनरा बैंक दोनों ने मिली भगत करके उसे आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। इस विषय में उन्होंने दोनों बैंकों को भी अपनी शिकायत लिखित में दे दी है। शिकायतकर्ता ने पुलिस से इस मामले की गहन जांच और उनकी राशि की वसूली की मांग की है। यमुनानगर सिटी थाना पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। जांच अधिकारी एएसआई किरण चंद ने बताया कि पुलिस बैंकों के लेनदेन रिकॉर्ड, ड्रॉप बॉक्स की सुरक्षा व्यवस्था और RTGS प्रक्रिया की जांच कर रही है।
यमुनानगर में 5 लाख रुपए के चेक की धोखाधड़ी:दो बैंकों पर मिलीभगत का आरोप, ड्रॉप बॉक्स में डाला चेक अनजान को हो गया RTGS
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