यादव-मुस्लिम को लेकर विवादित आदेश पर अखिलेश यादव की तीखी प्रतिक्रिया, कहा- जाति-धर्म देखकर..

by Carbonmedia
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उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायती राज विभाग द्वारा यादव और मुस्लिमों से कब्जे हटाने के आदेश को लेकर विवाद बढ़ गया है, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस आदेश को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर हमला किया और कहा कि ये सब बीजेपी की रणनीति है. 
सपा अध्यक्ष से जब यादव और मुस्लिमों से अवैध कब्जे हटाने के आदेश को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि “ये कोई नया काम नहीं है. ये भारतीय जनता पार्टी की रणनीति है और कुछ नहीं है. पहले इकरा हसन सपा सांसद के खिलाफ बीजेपी नेता ने कहलवाया कोई कार्रवाई नहीं हुई. फिर डिंपल यादव के खिलाफ बीजेपी के अपने लोगों ने कहलवाया उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
यादव-मुस्लिमों पर एक्शन पर बोले अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि आज जो ये कागज निकला है, उससे इनकी मानसिकता का पता लग रहा है. लेकिन, पीडीए के लोग जागरुक हैं.. समझदार है. इन बातों को ध्यान में नहीं रखेंगे. उनका लक्ष्य है यूपी से भारतीय जनता पार्टी का सफाया करना. 
सपा अध्यक्ष इस आदेश को लेकर एक्स पर भी पोस्ट किया और इस पर कोर्ट से संज्ञान लेने की अपील की. अखिलेश यादव ने लिखा- ‘जो भी गैर-क़ानूनी हो उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई हो क्योंकि अवैध तो अवैध होता फिर क्यों किसी जाति या धर्म विशेष के लोगों को टारगेट किया जा रहा है. 

न्यायपालिका तुरंत संज्ञान ले, ये संविधान विरोधी काम है. हम इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे. पीडीए को जितना प्रताड़ित किया जाएगा, पीडीए एकता उतनी ही ज़्यादा बढ़ेगी.’
पंचायती राज विभाग के इस आदेश पर विवाद
बता दें कि पंचायती राज विभाग की ओर से सभी जिलाधिकारियों को आदेश जारी किया गया था जिसमें प्रदेश की 57691 ग्राम पंचायतों में जाति विशेष (यादव) धर्म विशेष (मुस्लिम) द्वारा अवैध कब्जों से ग्राम सभा की जमीनों, पोखरों, खाद, गड्ढों, खलिहानों, खेल मैदान, श्मशान भूमि एवं ग्राम पंचायत भवन को मुक्त कराने के लिए अभियान चलाने को कहा गया था. 
सीएम योगी ने रद्द किया आदेश
ये मामला सामने आने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने तत्काल सख्त एक्शन लिया है और आदेश का रद्द कर दिया है. सीएम योगी ने साफ कहा कि अवैध कब्जों के खिलाफ कार्यवाही पूरी निष्पक्षता, तथ्यों और कानून के अनुसार होनी चाहिए, न कि जाति या धर्म के आधार पर. सीएम योगी ने इस मामले में विभाग के निदेशक को भी सस्पेंड कर दिया है.   

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