| संगरूर में भूमि अधिग्रहण संघर्ष समिति पर पुलिस हिंसा और प्रतिबंध के खिलाफ पारा गांव में जागरुक होने का आह्वान किया है। इस अवसर पर नेताओं ने कहा कि मान सरकार भी केंद्र की फासीवादी सरकार के रास्ते पर चलकर संघर्षरत लोगों के एकत्रित होने, बोलने और अपना विरोध व्यक्त करने के संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रही है। नशे के खिलाफ जंग के नाम पर पुलिस हिरासत में हत्याएं की जा रही हैं, आम लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। समिति के नेताओं और मजदूरों को जेल में डाल दिया गया। पंजाब के संघर्षशील मज़दूर और किसान संगठन इस अंधे उत्पीड़न के खिलाफ 25 जुलाई को राज्य स्तरीय रैली और विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस अवसर पर महिलाओं और ग्रामीण मजदूरों ने संगरूर रैली और विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की घोषणा की । इस अवसर पर स्त्री जागृति मंच की राज्य प्रेस सचिव जसवीर कौर जस्सी, ज़िला नेता दलजीत कौर पारा, बलविंदर कौर घुग्शोर और ग्रामीण मज़दूर यूनियन पंजाब के तहसील अध्यक्ष केएस अटवाल ने संबोधित किया।
यूनियन ने जागो निकाल किया जागरूक
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