यूपी एसटीएफ ने दबोचा फर्जी कर्नल, सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर करता था ठगी

by Carbonmedia
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UP News: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने सेना का फर्जी कर्नल बनकर बेरोजगार युवाओं से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक युवक को सीतापुर से गिरफ्तार किया है. आरोपी राहुल कुमार के पास से सेना की फर्जी वर्दी, नियुक्ति पत्र, नकली मोहर और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं. आरोपी खुद को भारतीय सेना में कर्नल बताकर भोले-भाले युवकों और युवतियों को फंसाता था और उनसे पैसे ऐंठता था.
गिरफ्तार आरोपी की पहचान राहुल कुमार पुत्र रणधीर सिंह निवासी ग्राम ककराला थाना खतौली जनपद मुजफ्फरनगर के रूप में हुई है. आरोपी को सीतापुर जिले के थाना कोतवाली क्षेत्र के मकान नंबर 302 नारायण नगर हेमपुरवा से देर रात 1:20 बजे गिरफ्तार किया गया.
एसटीएफ को कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि कोई व्यक्ति सेना की वर्दी पहनकर लोगों को फौज में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी कर रहा है. एसटीएफ मुख्यालय लखनऊ के पुलिस उपाधीक्षक अवनीश्वर चन्द्र श्रीवास्तव के पर्यवेक्षण में इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. इसी टीम ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा.
बरामद सामान04 फर्जी नियुक्ति पत्र01 सेना की वर्दी01 मोबाइल02 नकली मोहर01 आधार कार्ड01 कैंटीन कार्ड
महार रेजिमेंट में सिपाही था आरोपी
पूछताछ में राहुल ने बताया कि वह पहले मध्य प्रदेश के सागर में महार रेजिमेंट में सिपाही था और उसका बैज नंबर 10391419एम है. बीते 6 महीने से वह डीसीएम बॉडी चलाकर अपना गुजारा कर रहा था. इसी दौरान उसने सेना का कर्नल बनकर फर्जी वर्दी पहनी और बेरोजगार लड़के-लड़कियों को फौज में नौकरी का लालच देकर उनसे पैसे वसूले. इसके बाद वह कूटरचित दस्तावेजों के सहारे नियुक्ति पत्र दे देता था.
सीतापुर के कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज
गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ सीतापुर के कोतवाली थाने में मुकदमा धारा 319 (ठ), 318(4), 352, 351(2), 336(1), 338, 341 (1) और 205 बीएनएस के तहत दर्ज किया गया है. मामले की आगे की जांच स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है. इसके साथ ही भारतीय सेना को भी इस मामले की सूचना दे दी गई है.
भोले-भाले नौजवानों को अपना निशाना हैं ऐसे लोग
सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. बेरोजगारी का फायदा उठाकर ऐसे ठग भोले-भाले नौजवानों को अपना निशाना बनाते हैं. सेना में भर्ती की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और ऑनलाइन होती है. फिर भी कई युवा शॉर्टकट में फंसकर ठगों का शिकार बन जाते हैं. सेना और पुलिस समय-समय पर इस तरह की ठगी से सावधान रहने की अपील करती है.

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