उत्तर प्रदेश के भदोही जनपद की ग्रामीण महिला संतोषी देवी, जो अब लखपति दीदी के नाम से मशहूर हैं. उन्होंने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली के लाल किले पर विशेष अतिथि के रूप में हिस्सा लिया. इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धरती का भगवान बताते हुए अपनी खुशी जाहिर की. संतोषी जोकि महज इंटर पास हैं. गरीबी से निकलकर बिजनेस वुमन बनने का सफर तय किया और अपनी मेहनत से दर्जनों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया.
बता दें कि संतोषी देवी भदोही के ज्ञानपुर ब्लॉक के लक्ष्मणपट्टी गांव की रहने वाली हैं. एक साल पहले राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से डेढ़ लाख का ऋण लेकर उन्होंने साड़ी का व्यवसाय शुरू किया. बाद में टेंट हाउस और सब्जी विक्रेता का काम भी जोड़ा. आज वे अनन्या आजीविका स्वयं सहायता समूह की सचिव हैं, जिसमें 14 महिलाएं कृषि, सब्जी बिक्री और पशुपालन से जुड़कर आत्मनिर्भर हुईं. उनकी मेहनत को देखते हुए भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश की 14 लखपति दीदियों में संतोषी को चुना.
लाल किले पर विशेष अनुभव
ABP न्यूज़ से टेलीफोनिक बातचीत में संतोषी ने कहा कि हम लोग छोटे गांव से हैं, जहां कभी तहसील या जिला मुख्यालय पर बुलावा नहीं आया. लाल किले पर तिरंगा और पीएम मोदी को लाइव देखना सपने जैसा है. इस मौके पर उन्होंने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और मेहनत को सफलता का राज बताया. लाल किले पर विशेष अतिथि के रूप में शामिल होना उनके लिए गर्व का पल था, जो ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गया.
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का योगदान
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 13 अगस्त को लखनऊ से 14 लखपति दीदियों को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली रवाना किया. इसमें संतोषी के साथ आरती को भी बुलाया गया, लेकिन आरती शामिल नहीं हुईं. मौर्य ने कहा कि नारी शक्ति का आगे बढ़ना राष्ट्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाता है. यह पहल ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है.
भविष्य की उम्मीदें
संतोषी की सफलता से भदोही और आसपास के गांवों में उत्साह है. लोग उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी कहानी अन्य महिलाओं को प्रेरित करेगी. सरकार की लखपति दीदी योजना से हजारों महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं, और संतोषी इसका जीवंत उदाहरण हैं. स्थानीय प्रशासन ने उनकी उपलब्धि को सेलिब्रेट करने की योजना बनाई है.
यूपी की लखपति दीदी संतोषी को बुलाया था दिल्ली, लाल किले पर PM मोदी संग आजादी का मनाया जश्न
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