यूपी की विवाहिता की करनाल में संदिग्ध मौत:भाई को फोन पर कहा था, ससुराल के लोगों ने मुझे जहर दे दिया है, अब नहीं बचूंगी

by Carbonmedia
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हरियाणा के करनाल में यूपी के डाबर गांव की 27 वर्षीय विवाहिता की संदिग्ध हालातों में मौत का मामला सामने आया है। मृतका के मायका पक्ष ने ससुराल वालों पर जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। पीड़िता का भाई मर्चेंट नेवी में तैनात है और उसने बताया कि उसकी बहन ने मरने से कुछ घंटे पहले कॉल कर कहा था कि उसे जहर दे दिया गया है और अब वह नहीं बचेगी। मामला दहेज प्रताड़ना से जुड़ा बताया जा रहा है। पुलिस ने पति और ताऊ के बेटे को हिरासत में ले लिया है और बाकी आरोपियों पर कार्रवाई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद की जाएगी। डाबर गांव में हुई थी अंबेडापुर की मोनिका की शादी
सहारनपुर के अंबेडापुर गांव निवासी आर्यन सिंह ने बताया कि उसकी बहन मोनिका (27) की शादी करीब चार साल पहले यूपी के शामली जिले के डाबर गांव (थाना चौसाना क्षेत्र) में मनीष नामक युवक से हुई थी। शुरुआती डेढ़ साल सब कुछ ठीक रहा, लेकिन उसके बाद बहन को ससुराल में तंग करना शुरू कर दिया गया। छोटी-मोटी कहासुनी तो चलती रही, लेकिन बहन को हमेशा यही समझाया कि वह अपना घर बसाए। तीन दिन पहले मोनिका ने फोन कर बताया था कि उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। इस पर आर्यन ने गोवा से अपने परिवार को कॉल करके बहन के ससुराल भेजा। इलाज कराने की जगह स्टाम्प पर साइन मांगने लगे
आर्यन ने बताया कि जब घर वाले मोनिका के ससुराल पहुंचे तो वह बीमार थी। इलाज कराने के बजाय ससुराल पक्ष ने मायके वालों से स्टाम्प पेपर पर साइन करवाने की बात कही और कहा कि तभी मोनिका को उनके साथ भेजा जाएगा। यह सुनकर परिवार हैरान रह गया। आखिर कौन पिता अपनी ही बेटी को ले जाने के लिए कानूनी सहमति देगा? कुछ देर बात करके मायका पक्ष वहां से लौट आया और मोनिका ने भी उन्हें समझा-बुझाकर वापस भेज दिया। ‘पापा के सामने नहीं बोल पाई, मुझे डराया गया’
आर्यन ने बताया कि रविवार को फिर मोनिका का फोन आया। वह बहुत डरी हुई आवाज में बोल रही थी। उसने कहा कि मुझे जहर दे दिया गया है, मैं अब नहीं बचूंगी। पापा के सामने कुछ नहीं बोल पाई, क्योंकि मुझे धमकाया गया था। मेरे पति, सास, ससुर, देवर, देवरानी और ताऊ के बेटे ने मिलकर मुझे प्रताड़ित किया है। यह सुनकर आर्यन घबरा गया और फिर से अपने घरवालों को डाबर भेजा और खुद भी तत्काल टिकट करवाकर गोवा से करनाल आया। बचाने की बजाय अस्पताल दर अस्पताल घुमाते रहे
जब परिजन दोबारा डाबर पहुंचे तो मोनिका वहां नहीं मिली। ससुराल पक्ष के लोग उसे हरियाणा के करनाल में कभी एक अस्पताल, कभी दूसरे अस्पताल में घुमाते रहे। आर्यन का आरोप है कि वे मोनिका को इसलिए इधर-उधर ले जा रहे थे ताकि कोई कानूनी कार्रवाई उन पर न हो पाए। उन्हें यह पता चल गया था कि लड़की अब नहीं बचेगी। इसीलिए वे किसी को कुछ नहीं बता रहे थे। दोस्त से मिली मौत की सूचना, तब लगा बड़ा झटका
आर्यन ने बताया कि उन्हें यह सूचना उनके एक दोस्त से मिली कि मोनिका को करनाल ले जाया गया है। वहां पहुंचने पर उन्हें बताया गया कि मोनिका की मौत हो चुकी है। शव को करनाल के मोर्चरी हाउस में रखा गया है। आर्यन ने सवाल उठाया कि अगर ससुराल वाले निर्दोष थे, तो फिर उन्होंने बात क्यों छिपाई? क्यों मायके वालों को मोनिका की हालत की जानकारी नहीं दी? पति और ताऊ का लड़का हिरासत में, जांच जारी
घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने मृतका के भाई की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। आर्यन ने बताया कि पति और ताऊ के लड़के को हिरासत में लिया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद बाकी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात पुलिस कह रही है। रक्षाबंधन पर घर आने वाला था भाई, बहन की मौत की खबर मिली
आर्यन ने बताया कि वह मर्चेंट नेवी में है और गोवा में तैनात है। इस बार रक्षाबंधन पर बहन मोनिका से मिलने घर आने की तैयारी कर रहा था। लेकिन बहन की जगह अब उसकी मौत की खबर मिली है। उसने कहा कि उसे बहन के आखिरी शब्द हमेशा याद रहेंगे कि मुझे जहर दे दिया गया है, मैं अब नहीं बचूंगी।

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