Hamirpur News: कानपुर-सागर हाईवे पर यमुना नदी पर जर्जर हो चुके पुल की मरम्मत के चलते शनिवार सुबह छह बजे से वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया. सिर्फ पैदल निकलने की अनुमति थी. जिसके चलते शव लेकर जा रहे वाहन को भी रोक दिया गया. मृतक महिला का बेटा काफी’ देर तक गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन कर्मचारियों का दिल नहीं पसीजा.
हार मानकर मजबूरन बेटे ने शव वाहन के चालक की मदद मां के शव को स्ट्रेचर पर रखकर एक किमी लंबा पुल पैदल पार किया. इससे पहले सदर विधायक की गाड़ी को पुल से निकलने की इजाजत दे दी गई. इसके लिए कर्मचारियों ने वहां लगे बैरिकेड्स भी हटाए और करीब सात बजे सदर विधायक डा. मनोज प्रजापति की गाड़ी पुल के पास पहुंची तो कर्मचारियों ने बैरिकेइ्स हटाकर गाड़ी को जाने दिया. वहीं, कानपुर से आए एक शव वाहन को इंट्री नहीं दी गईं.
पैदल शव लेकर पार किया पुलबेटा शव स्ट्रेचर पर लेकर पैदल ही पुल पार करने लगा. एक किमी लंबा पुल पार करते समय ‘उसने चार जगह शव को रखा और फिर उठाकर चला. थाना सुमेरपुर के टेढ़ा गांव निवासी मान सिंह ‘उर्फ बिंदा ने बताया कि मां शिवदेवी के पैर में फैक्चर हो गया था. कानपुर के अस्पताल में इलाज के दैरान उनकी मौत हो गई. वह वाहन से शव को लेकर गांव आ रहा था. इसके बाद आटो में शव रखकर गांव ले गया. यमुना ब्रिज पर शव की एंबुलेंस रोके जाने और सदर विधायक मनोज प्रजापति की गाड़ी निकालने के मामले ने तूल पकड़ा तो सदर विधायक ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने बताया कि उनके भाई की तबीयत ज्यादा खराब थी जिसके चलते इलाज के लिए कानपुर भेजना था और जब उनकी गाड़ी निकल रही थी तो उस समय ब्रिज पूर्णतया बंद नहीं था इसलिए ब्रिज से गाड़ियों को निकाला गया साथ ही जब शव रखी एंबुलेंस को रोका गया उसे समय ब्रिज में मरम्मत का कार्य चल रहा था जिसके चलते उनके बेटे ने शव को स्ट्रेचर में रखकर पुल को पार किया.वहीं दूसरी तरफ PNC के प्रोजेक्ट मैनेजर M P वर्मा ने बताया कि जब विधायक की गाड़ियां पुल से गुजर रही थी उसी समय बेरीकेट्स पुल को बंद करने के लिए लगाया जा रहे थे मरीज को देखते हुए गाड़ियां पुल से निकल गई थी और जब शव रखी एंबुलेंस रोका गया उसे समय ब्रिज पूर्ण रूप से पुल बंद था इसके चलते एंबुलेंस को रोका गया था.
यूपी: मां का शव स्ट्रेचर पर रखकर पैदल चला बेबस बेटा, नए पुल पर विधायक की गाड़ी जाने दी, रोक दी एंबुलेंस
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