Lucknow News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश अब दवा उद्योग (फार्मास्यूटिकल) के क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा आकर्षण बनता जा रहा है. शुक्रवार को अहमदाबाद में उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने फार्मा सेक्टर में निवेश के मौके दिखाने के लिए एक बड़ा रोड शो आयोजित किया. इसका मकसद गुजरात के दवा उद्योग से जुड़े लोगों को उत्तर प्रदेश के निवेश अवसरों से जोड़ना था. इस मौके पर कई कंपनियों ने उत्तर प्रदेश में करोड़ों के निवेश के लिए समझौते किए. माना जा रहा है कि ये समझौते राज्य की तरक्की को और रफ्तार देंगे.
यूपीसीडा ललितपुर में 1,472 एकड़ में बल्क ड्रग फार्मा पार्क तैयार कर रहा है. इस परियोजना के तहत शुरुआती तौर पर ₹250 करोड़ का निवेश होगा. ये पार्क बनकर तैयार होने के बाद करीब 12,000 करोड़ का कुल निवेश आने की उम्मीद है. इससे 14,000 से ज्यादा लोगों को सीधा और परोक्ष रोजगार मिलेगा. मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. जी.एन. सिंह ने कहा कि योगी सरकार ने फार्मा सेक्टर में कई नीतिगत बदलाव किए हैं, जिससे उत्तर प्रदेश निवेशकों के लिए पहली पसंद बन गया है. यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी ने कहा कि सरकार की नीतियों और शानदार सुविधाओं से यूपी अब दवा उद्योग के लिए बेहतरीन जगह बन गया है.
कई कंपनियों ने किए अहम समझौते
इस रोड शो में सीएसएल लाइफसाइंसेज प्रा. लि. ने ₹200 करोड़ से IV बोतल और दवाइयों का प्लांट बनाने का समझौता किया. इससे 250 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा. मेडीहेल्थ डायग्नोस्टिक प्रा. लि. ने भी ललितपुर में 4200 वर्ग मीटर जमीन पर हेल्थकेयर यूनिट खोलने का वादा किया. वहीं Gaman Irradiation ने ₹35 करोड़ से स्किन ट्रीटमेंट और इर्रैडिएशन यूनिट खोलने का फैसला लिया, जिससे 150 लोगों को रोजगार मिलेगा. ओबमेड फार्मा ने भी ₹200 करोड़ से फार्मुलेशन यूनिट बनाने का वादा किया है, जिससे 100 लोगों को नौकरी मिलने की उम्मीद है.
सरकार का भरोसा, निवेशकों का उत्साह
इस आयोजन में यूपीसीडा ने सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए उद्योगपतियों को जल्दी मंजूरी और ज़मीन देने का वादा किया. रोड शो के दौरान एक छोटी फिल्म भी दिखाई गई, जिसमें उत्तर प्रदेश की तरक्की की झलक दिखाई गई. बी2जी (बिजनेस टू गवर्नमेंट) बैठकों में निवेशकों और अफसरों के बीच बातचीत हुई. इसमें निवेशकों ने अपनी दिक्कतें बताईं और अधिकारियों ने समाधान भी बताए. शाल्बी लिमिटेड के अध्यक्ष शनय शाह ने कहा कि ये आयोजन उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई पर ले जाने का बड़ा जरिया साबित होगा.
पिछले सालों से मिल रही मजबूती
फार्मा सेक्टर में उत्तर प्रदेश का नाम पहले से ही तेजी से उभर रहा है. 2023 में योगी सरकार ने फार्मा सेक्टर के लिए नई नीति लाई, जिससे उद्योगपतियों को टैक्स छूट, आसान कर्ज और तेजी से मंजूरी मिलने लगी. इस नीति का असर अब अहमदाबाद जैसे शहरों में दिख रहा है. विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर यही रफ्तार रही तो जल्द ही उत्तर प्रदेश दवा उद्योग में देश की नंबर-1 जगह बन जाएगा.
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