CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मानसून से पहले ही बाढ़ और बारिश से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है. यूपी के कई जिले ऐसे हैं, जो मानसून में बाढ़ से प्रभावित होते हैं और जिसका सीधा असर वहां रहने वाले लोगों पर पड़ता है. लेकिन, अब सीएम योगी ने इन तमाम समस्याओं से निपटने की पहले से तैयारी शुरू कर दी है. इसके तहत राजस्व विभाग ऐसे इलाकों में स्थायी रूप से बाढ़ शरणालय बनवाने जा रहा है. ऐसे में बाढ़ की आने संभावना से पहले ही लोगों को इन शरणालयों में विस्थापित कर दिया जाएगा और उनके खाने-पीने की भी व्यवस्था की जाएगी.
उत्तर प्रदेश में आठ जिले बाढ़ के लिहाज से बेहद संवेदनशील माने जाते हैं, इनमें अयोध्या, बाराबंकी, अंबेडकर नगर, गोरखपुर, देवरिया, बस्ती, बलिया और मऊ जैसे जिला है. यहां हर साल मानसून के समय इन जिलों में हजारों एकड़ के रिहायशी इलाकों में पानी भर जाती है. कई बार बाढ़ में फंसकर लोगों की मौत तक हो जाती है. लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा. लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राजस्व विभाग के द्वारा इन आठ जिलों में बाढ़ शरणालय बनाए जाएंगे.
बाढ़ प्रभावित जिलों में बनेंगे स्थायी शरणालय
योगी सरकार ने ये साफ किया है कि बाढ़ प्रभावित जिलों में स्थायी रूप से बाढ़ शरणालय बनाए जाएंगे. जब भी इन इलाकों में बाढ़ आने की संभावना होगी, समय से पहले ही यहां के लोगों को प्रभावित इलाकों से निकाल लिया जाएगा और उन्हें इस शरणालयों में रखा जाएगा. यहां पर प्रभावित लोगों को रहने से लेकर खाने-पीने और स्नानघर समेत तमाम तरह की सुविधाएं होगी. इन शरणालयों की देखरेख जिलाधिकारी के अधीन होगी. इन्हें यहां पर खाने-पीने के लिए धनराशि बाढ़ राहत कोष से दी जाएगी.
जानकारी के मुताबिक अयोध्या, अंबेडकरनगर, बाराबंकी और गोरखपुर में जो बाढ़ शरणालय बनेंगे उनमें 300 लोगों के रहने की व्यवस्था की जाएगी. जबकि देवरिया, बलिया, बस्ती और मऊ जैसे जिलों में डेढ़-डेढ़ सौ लोगों के रहने की व्यवस्था होगी. लोगों के साथ इन इलाकों के पशुओं को भी रखने की व्यवस्था होगी. जहां पशुओं के लिए चारे और पीने के पानी का भी इंतज़ाम होगा.