UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को प्रदेश भर में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान, दस्तक अभियान एवं अतिसार रोकथाम अभियान की शुरुआत की. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी.
इस दौरान जागरुकता रैली व अभियान में जुटे एंटीलार्वा छिड़काव, फॉगिंग और प्रचार-प्रसार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया.
बताया गया कि राज्य सरकार के नेतृत्व में इन पहलों का उद्देश्य व्यापक जन जागरुकता को बढ़ावा देना और संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण में सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना है.
इन बीमारियों का बढ़ जाता है खतरा
बता दें कि बारिश के आगमन के साथ ही डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जापानी इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इन रोगों से बचाव केवल सरकारी प्रयासों से नहीं, बल्कि जनसहभागिता से ही संभव है. ऐसे में एक जुलाई से प्रारंभ संचारी नियंत्रण अभियान न केवल बीमारी की पहचान और रोकथाम करेगा, बल्कि घर-घर जाकर समुदाय को साफ-सफाई, जल-जमाव से बचाव, हाथ धोने की आदत जैसी जीवनरक्षक जानकारियां भी देगा.
31 जुलाई तक चलेगा अभियान
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की सरकार ने सभी विभागों, नागरिकों, विशेषकर आशा बहनों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, स्कूलों, ग्राम प्रधानों और स्वैच्छिक संगठनों से अपील की कि वे इस अभियान को जन आंदोलन बनाएं. इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग सहित 13 विभाग मिलकर काम कर रहे हैं और इन सबके समन्वय से ही अभियान सफल होगा. यह अभियान 31 जुलाई तक चलेगा.
हर साल सरकार मानसून सीजन में बीमारियों से निपटने के लिए विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाता है. जिसमें लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना, साफ़-सफाई, बीमारी किस प्रकार के उपचार कहां उपलब्ध इसके बारे में जानकरी दी जाती है. अभियान के माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को गंभीर बीमारियों के खतरे से बचाया जाता है. इसके साथ ही लोगों को सलाह दी जाती है कि बीमार होने पर योग्य चिकित्सक ही परामर्श और दवाई लें. सरकारी अस्पतालों में सभी तरह की बीमारियों के लिए डॉक्टर और दवाइयां उपलब्ध हैं.
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