जालंधर| हर साल की तरह इस साल भी गांव रंधावा मसंदा में तीज तीन अगस्त को मनाई जाएगी। इस मौके पर गांव की बुजुर्ग महिलाएं तीज और पंजाबी सभ्याचार के गीत पेश करेंगी। संगीत और नृत्य के माध्यम से पंजाबी संस्कृति को इन महिलाओं ने आज भीजागृत रखा है। उधर, बच्चे भी त्योहार से पहले गांव के पैलेस में तैयारी करने में जुटे हैं। जानकारी देते हुए गांव की पंच राखी सैली और सरबजीत कौर ने बताया कि उन्हें खुशी है कि आज भी गांव में महिलाओं के सहयोग के साथ पुरानी रीत को कायम रखा है। जैसे ही सावन का महीना शुरू होता है, गांव की महिलाएं त्योहार की तैयारी शुरू कर देती हैं। केवल उनके गांव की महिलाएं ही नहीं, बल्कि आसपास के गांवों की महिलाएं भी उनके तीज के त्योहार में शामिल होती हैं। जिस प्रकार पुराने जमाने में पींग डालकर बच्चे व महिलाएं झूला झूलतीं थीं, उसी तरह गांव में भी पींग डाली जाती है। गांव के लोग और एनआरआई इस त्योहार को मनाने में पूरा सहयोग करते हैं। तीज सेलिब्रेशन की तैयारी करते हुए बच्चे।
रंधावा मसंदां में तीज सेलिब्रेशन 3 को महिलाएं पेश करेंगी सभ्याचारक गीत
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