Rajasthan Politics: जयपुर पुलिस ने शनिवार (21 जून) को गैरकानूनी तरीके से जमा होने और सड़क जाम करने के मामले में राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष निर्मल चौधरी को गिरफ्तार किया. वहीं इसको लेकर कांग्रेस प्रदेश की भजनलाल सरकार पर हमलावर हो गई है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार आंदोलनों को दबाना चाहती है. उन्होंने कहा कि ये सरकार तानाशाही पर उतर आई है.
नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली ने कहा, “उन्होंने यह प्रथा बना ली है कि जो कोई भी उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करता है, उसके खिलाफ मामले दर्ज किए जाते हैं. डबल इंजन की सरकार लोगों को परेशान कर रही है और जनता की आवाज को कुचलना चाहती है. ये तानाशाही है, यह संविधान के खिलाफ है.”
#WATCH | Delhi | On Former Raj CM Ashok Gehlot’s tweet claiming the state youth congress president detained by police, Rajasthan Assembly LoP, Tika Ram Jully says, “They have made it a practice to file cases against anyone who stages a protest against them…The double-engine… pic.twitter.com/c4vwzI6YRI
— ANI (@ANI) June 21, 2025
ये लोकतंत्र का उल्लंघन- गहलोतपूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पूनिया और चौधरी को परीक्षा देते समय हिरासत में लेना अनुचित और लोकतंत्र के खिलाफ है. उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, “यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक अभिमन्यु पूनिया व निर्मल चौधरी को परीक्षा देते समय हिरासत में लेना अन्यायपूर्ण व लोकतंत्र का उल्लंघन है.”
उन्होंने आगे लिखा, “बीजेपी सरकार ने पहले डॉ राकेश विश्नोई के परिजनों की बात तक नहीं सुनी और जब इन जनप्रतिनिधियों ने उनके साथ न्याय के लिए धरना-प्रदर्शन किया तो इन पर ही मुकदमा दर्ज कर लिया. जनप्रतिनिधियों को जनहित में आवाज उठाने का अधिकार है. राज्य सरकार अविलंब उन्हें रिहा करे.”
निर्मल चौधरी पर ये हैं आरोपवहीं जयपुर पुलिस उपायुक्त (पूर्व) तेजस्वनी गौतम ने बताया कि गांधी नगर थाने में वर्ष 2022 में भारतीय दंड सहिंता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. गौतम ने ये भी बताया कि निर्मल चौधरी पर गांधी नगर थाने के तत्कालीन थानाधिकारी के साथ बदसलूकी करने का भी आरोप है.
उन्होंने कहा, ‘जांच अधिकारी की रिपोर्ट के बाद निर्मल चौधरी को आज हिरासत में लिया गया और फिर गिरफ्तार कर लिया गया.’ उन्हें शनिवार सुबह राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर से हिरासत में लिया गया, जहां वे परीक्षा देने गए थे. उनके साथ संगरिया के विधायक और युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया भी उनके साथ विश्वविद्यालय में मौजूद थे. उन्हें गांधी नगर थाने भी ले जाया गया. हालांकि पुलिस ने बताया कि पूनिया को हिरासत में नहीं लिया गया है.
क्या है पूरा मामला?गौरतलब है कि जोधपुर के एसएन मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट डॉक्टर राकेश चौधरी ने कथित तौर पर जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी. उन्हें जोधपुर से जयपुर के एसएमएस अस्पताल ले जाया गया, जहां रविवार रात उनकी मौत हो गई. निर्मल चौधरी, अभिमन्यु पूनिया और अन्य ने परिजनों के साथ एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना दिया और एसएन मेडिकल कॉलेज के एक वरिष्ठ डॉक्टर पर डॉ. राकेश को परेशान करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इसी धरने के दौरान मंगलवार को निर्मल चौधरी की एक पुलिस अधिकारी से कहासुनी हो गई थी.