Gurjar Movement In Bharatpur: राजस्थान में एक बार फिर से गुर्जर आंदोलन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. भरतपुर जिले की बयाना तहसील के पीलूपुरा में गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान वर्ष 2008 में 72 गुर्जर आंदोलनकारियों की गोली लगने से मौत हो गई थी.
गुर्जर समाज द्वारा पीलूपुरा में शहीद स्मारक बनाया गया जहां आज 18वीं वर्षगांठ पर गुर्जर समाज के लोग और नेता इकट्ठे हुए और श्रद्धांजलि अर्पित की. 18वीं वर्षगांठ पर शुक्रवार को गुर्जर समाज के लोग और नेता शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि देने के लिए इकट्ठे हुए जहां से गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने 8 जून को पीलूपुरा में समाज की महापंचायत आयोजित करने की घोषणा की है.
साथ ही विजय बैंसला ने कहा कि सरकार अपना विश्वास खो चुकी है इसलिए अब समाज के लोग आर पार की करने की ठान चुके हैं और यदि समाज चाहेगा तो 8 जून को ही पंचायत के तुरंत बाद आंदोलन शुरू कर दिया जायेगा जिसमें मुंबई-दिल्ली रेलमार्ग को गुर्जर समाज एक बार फिर से जाम कर सकता है.
क्या कहना है गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष का
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने कहा कि मैं भी भाजपा में हूं, लेकिन मेरे लिए राष्ट्र और मेरा समुदाय पहली प्राथमिकता है. पिछली अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार ने संविधान की 9वीं अनुसूची में एमबीसी आरक्षण को शामिल करने के लिए केंद्र सरकार को सिफारिशी पत्र भेजे थे, लेकिन भाजपा सरकार ने अभी तक सिफारिशी पत्र नहीं भेजा है.
अति पिछड़ा वर्ग (एमबीसी) आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची में शामिल किया जाना चाहिए, लेकिन लंबे समय से सरकार ने इस पर कभी विचार नहीं किया. आंदोलन के बाद सरकार के साथ गुर्जरों का समझौता हुआ था, लेकिन इस समझौते को लागू नहीं किया गया. प्रदेश में भाजपा सरकार को सत्ता में आए 17 महीने हो चुके हैं, लेकिन समुदाय के लिए एक भी काम नहीं हुआ. सरकार के साथ हुए समझौते के अनुसार अभी तक आरक्षण आंदोलन का एक भी पुलिस केस वापस नहीं लिया गया है. विजय बैंसला कहा कि मैंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी अनुरोध किया है.