राजा रघुवंशी की हत्या पर भावुक हुए पिता, बोले- ‘मेरा बेटा तड़प तड़पकर…’

by Carbonmedia
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Raja Raghuvanshi Murder Case: इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी के हत्याकांड को लेकर मेघालय पुलिस के खुलासे के बाद उनके पिता ने मंगलवार (10 जून) को मांग की है कि उनके नव विवाहित बेटे की जघन्य हत्या के सभी दोषियों को मौत की सजा दी जानी चाहिए. उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि मेरा बेटा तड़प-तड़पकर मरा है.
मेघालय पुलिस के मुताबिक पूर्वोत्तर के इस सूबे में हनीमून मनाने गए ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी (29) की साजिशन हत्या में उनकी पत्नी सोनम (25) कथित रूप से शामिल थी जिसने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाह (20) की मदद से वहां भाड़े के तीन हत्यारे बुलाए थे.
राजा रघुवंशी की मौत से शोक में डूबे उनके पिता अशोक रघुवंशी ने कहा, “मेरा बेटा तड़प-तड़प कर मरा है. उसकी हत्या के सभी दोषियों को फांसी की सजा मिलनी ही चाहिए ताकि एक नजीर पेश हो और आइंदा किसी माता-पिता को उनका बेटा इस तरह ना खोना पड़े.”
‘ताबूत में लौटा मेरा बेटा’उन्होंने रोते हुए कहा कि हनीमून मनाने मेघालय गया उनका बेटा ताबूत में घर लौटा. राजा रघुवंशी के पिता ने ये भी कहा, “जघन्य तरीके से हत्या के कारण मेरे बेटे का पार्थिव शरीर क्षत-विक्षत था. मैं दिल का मरीज हूं. इसलिए मेरे स्वास्थ्य की चिंता करते हुए मेरे परिवार के लोगों ने ताबूत खोलकर मुझे अपने बेटे के अंतिम दर्शन करने से रोक दिया.”
‘मंगल दोष मिटाने के लिए सोनम करवाई हत्या’अशोक रघुवंशी ने यह दावा भी किया कि राजा की पत्नी सोनम ने अपनी कुंडली का ‘मंगल दोष’ मिटाने के लिए अपने पति की हत्या कराई ताकि बाद में वह अपने कथित प्रेमी राज कुशवाहा से दूसरी शादी कर सके. हालांकि, स्थानीय ज्योतिषी धीरज दीक्षित ने इस बात को मनगढ़ंत बताया और कहा कि किसी व्यक्ति के जीवनसाथी के मरने से उसका ‘मंगल दोष’ नहीं मिटता.
पहले लगाया था लापरवाही का आरोपशुरुआत में राजा रघुवंशी के परिवार ने उनकी हत्या के मामले की जांच में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मेघालय सरकार पर सवाल उठाए थे. हालांकि, हत्याकांड के खुलासे के बाद इस परिवार के सुर बदल गए हैं. राजा रघुवंशी के बड़े भाई विपिन रघुवंशी ने कहा कि वह मेघालय सरकार के खिलाफ बयानबाजी के लिए माफी चाहते हैं.
‘एमपी सरकार के आभारी’उन्होंने कहा, “हमें पता नहीं था कि मेघालय पुलिस राजा के हत्यारों को पकड़ने के लिए गुप्त अभियान चला रही है. हमारी मेघालय सरकार को बदनाम करने की कोई नीयत नहीं थी. मुश्किल वक्त में साथ देने के लिए हम मध्यप्रदेश सरकार के भी आभारी हैं.”

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