MNS BJP Alliance: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात के बाद राज्य की राजनीति में नए समीकरण बनते हुए दिख रहे हैं. एक ओर जहां कार्यकर्ताओं के बीच राज और उद्धव ठाकरे के बीच गठबंधन की चर्चा चल रही थी, वहीं अब राज और फडणवीस की मुलाकात ने राजनीतिक दिशा ही बदल दी है. पहले राज-उद्धव, फिर राज-एकनाथ शिंदे के साथ संभावित गठबंधन की चर्चा थी, लेकिन इस बैठक के बाद यह कहा जा रहा है कि राज ठाकरे बीजेपी के साथ गठबंधन के लिए अनुकूल हो सकते हैं.
राज ठाकरे ने बुलाई बैठकमुख्यमंत्री फडणवीस से मुलाकात के बाद राज ठाकरे ने मनसे के नेताओं की बैठक बुलाई है. मुंबई के ‘शिवतीर्थ’ स्थित उनके निवास पर यह बैठक हो रही है, जिसमें मुंबई, ठाणे और पालघर के शहरप्रमुख और उप-प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है. कई नेता इस बैठक में शामिल भी हो चुके हैं.
इस समय राज ठाकरे ने अपने पार्टी नेताओं को किसी भी तरह की सार्वजनिक टिप्पणी न करने के निर्देश दिए हैं. वर्तमान में ग्राउंड पर क्या स्थिति है, कार्यकर्ताओं के बीच क्या चर्चा है इसका आकलन किया जा रहा है. इसके साथ ही, अगर बीजेपी से गठबंधन होता है तो उसके संभावित परिणाम क्या हो सकते हैं इस पर भी राज ठाकरे और उनके सहयोगी विचार कर रहे हैं.
क्या राज ठाकरे बीजेपी के लिए अनुकूल हैं?राज ठाकरे बीजेपी के लिए उपयुक्त क्यों हो सकते हैं, इसके पीछे कुछ कारण बताए जा रहे हैं. सबसे अहम कारण यह है कि अगर मनसे और बीजेपी का गठबंधन होता है, तो इसका असर केवल मुंबई ही नहीं, बल्कि ठाणे, नाशिक, पुणे समेत पूरे राज्य की महानगरपालिकाओं के समीकरणों पर पड़ेगा.
इस गठबंधन से राज ठाकरे को राजनीतिक ताकत और अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने का अवसर मिल सकता है. लंबे समय के राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो बीजेपी के साथ गठबंधन करना राज ठाकरे के लिए फायदेमंद हो सकता है.
उद्धव ठाकरे से नहीं होगा फायदा?
इसके उलट अगर उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन किया जाता है, तो शिवसेना (उद्धव गुट) की वर्तमान ताकत और मुंबई-ठाणे को छोड़ अन्य महापालिकाओं में उनका सीमित प्रभाव मनसे को अधिक फायदा नहीं देगा. यही तर्क एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ संभावित गठबंधन पर भी लागू होता है.
भले ही तीनों दलों उद्धव ठाकरे, एकनाथ शिंदे और राज ठाकरे की जड़ें बालासाहेब ठाकरे से जुड़ी हों, लेकिन सीमित क्षेत्रीय ताकद वाले दलों के साथ गठबंधन की तुलना में, एक राष्ट्रीय पार्टी बीजेपी के साथ गठबंधन मनसे के विस्तार में सहायक साबित हो सकता है. इसीलिए कहा जा रहा है कि राज ठाकरे बीजेपी के साथ गठबंधन के लिए अनुकूल हो सकते हैं.
मनसे नेताओं की बैठकराज ठाकरे के निवास ‘शिवतीर्थ’ पर मनसे नेताओं की बैठक हुई. मनसे नेता संदीप देशपांडे वहां पहुंचे. इससे पहले संदीप देशपांडे और अमेय खोपकर, एकनाथ शिंदे से मुलाकात के लिए मंत्री उदय सामंत के घर पहुंचे थे. हालांकि, शिंदे से उनकी भेंट नहीं हो सकी.
देशपांडे ने कहा कि पनवेल में फूलबाजार शुरू करने को लेकर उदय सामंत से बात हुई थी और इस दौरान किसी गठबंधन की कोई चर्चा नहीं हुई. दोनों नेताओं ने यही कहा है कि युती (गठबंधन) को लेकर बातचीत नहीं हुई.
राज ठाकरे – देवेंद्र फडणवीस की मुलाकातमहानगरपालिका चुनावों को लेकर प्रभाग रचना (वार्ड रचना) के आदेश आने के बाद, राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. इसी पृष्ठभूमि में वांद्रे स्थित ‘ताज लैंड्स एंड’ होटल में राज ठाकरे और फडणवीस की हुई यह मुलाकात खास महत्व रखती है.
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