राफेल-ब्रह्मोस से सजी कांवड़ भारतीय सेना को है समर्पित, कांवड़ियों में दिखा देशभक्ति का जज्बा

by Carbonmedia
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सावन के पवित्र महीने में कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है, और सहारनपुर से होकर गुजरने वाले लाखों कांवड़िए भगवान भोलेनाथ के जयकारों के साथ पवित्र गंगाजल लेकर अपने गंतव्यों की ओर बढ़ रहे हैं. इस बार एक अनोखी कांवड़ ने सभी का ध्यान खींचा है, जिसमें आस्था के साथ देशभक्ति की झलक भी साफ नजर आ रही है.
हरियाणा के पंचकुला-कालका क्षेत्र से आए कांवड़ियों ने राफेल और ब्रह्मोस मिसाइल की तस्वीरों वाली कांवड़ तैयार की है, जिसे वे भारतीय सेना को समर्पित कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक यह कांवड़ भारत नाट्य क्लब, पंचकुला के एक दर्जन से अधिक सदस्यों द्वारा तैयार की गई है, जो हरिद्वार से 1100 लीटर गंगाजल लेकर सहारनपुर होते हुए अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं.
इस कांवड़ पर भगवान भोलेनाथ के साथ-साथ राफेल लड़ाकू विमान और ब्रह्मोस मिसाइल की तस्वीरें अंकित हैं, जो ऑपरेशन सिंदूर का प्रतीक मानी जा रही हैं. कांवड़ियों का कहना है कि यह कांवड़ उनके फौजी भाइयों को समर्पित है, जिन्होंने दुश्मन देश की आक्रामकता का मुंह तोड़ जवाब दिया और देश की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
सेना को समर्पित जत्थे के एक कांवड़िए ने बताया कि हमारी कांवड़ इस बार भारतीय सेना को समर्पित है. हमारे फौजी भाइयों ने दुश्मन देश के नरसंहार और धर्म के आधार पर हिंसा का जवाब दिया. राफेल और ब्रह्मोस मिसाइल ने हमारे देश की शक्ति को दर्शाया, इसलिए हमने इसे कांवड़ पर जगह दी. इस अनोखी कांवड़ को देखने के लिए सड़क पर लोग रुक रहे हैं और कांवड़ियों का उत्साहवर्धन कर रहे हैं.
ऑपरेशन सिंदूर को समर्पणइसके साथ ही कांवड़ पर अंकित ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र हाल के समय में भारतीय सेना की साहसिक कार्रवाईयों की याद दिलाता है, जिसमें राफेल और ब्रह्मोस मिसाइलों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
कांवड़ियों का कहना है कि यह कांवड़ न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि देशभक्ति का भी संदेश देती है. भारत नाट्य क्लब के सदस्यों ने इसे एक सांस्कृतिक और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बनाने की कोशिश की है.
कांवड़ मार्ग पर देशभक्ति का माहौलसहारनपुर के कांवड़ मार्ग पर इस अनोखी कांवड़ ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है. कांवड़िए “हर-हर महादेव” और “जय हिंद” के नारों के साथ नाचते-गाते आगे बढ़ रहे हैं. स्थानीय लोगों ने भी इन कांवड़ियों का जोरदार स्वागत किया और उनकी इस पहल की सराहना की. यह कांवड़ न केवल आस्था का प्रतीक बन रही है, बल्कि देश के वीर सपूतों के प्रति सम्मान भी व्यक्त कर रही है.

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