महाराष्ट्र में निकाय चुनाव से पहले नए सियासी समीकरण ने खलबली मचा दी है. 20 साल बाद साथ आए शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे साथ में निकाय चुनाव लड़ने की चर्चा कर रहे हैं. इस बीच संजय राउत ने कहा है कि लोगो का मानना है कि महाराष्ट्र के विकास और मराठी माणुस सम्मान के लिए दोनों ठाकरे को साथ आकर चुनाव लड़ना चाहिए.
उनके इस बयान पर केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष रामदास अठावले ने कहा है कि इससे सत्तारूढ़ महायुति को फायदा होगा. उन्होंने गुरुवार (10 जुलाई) को न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा, ”संजय राउत का कहना है कि आने वाले बीएमसी चुनाव में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे साथ में चुनाव लड़ेंगे. इससे इंडिया गठबंधन में फूट हो जाएगी.”
महायुति को फायदा मिलेगा- रामदास अठावले
रामदास अठावले ने कहा, ”जब इंडिया गठबंधन विधानसभा चुनाव साथ लड़ा तब भी हम जीते, उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के साथ आने से इंडिया गठबंधन में फूट होगा और इसका फायदा महायुति को मिलेगा. महायुति की मुंबई में जीत होगी. 40 फीसदी मराठी और 60 फीसदी अदर हैं, मुंबई में. मराठी वोट भी हमें मिलेगा. वोट एकनाथ शिंदे, अजित पवार और बीजेपी के साथ है. मराठी वोट में फूट होगा. दोनों के साथ आने से कोई फर्क नहीं पड़ता है, उल्टा हमें ही फायदा होगा.”
संजय राउत ने राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे की पार्टी के साथ लड़ने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा था कि इंडिया गठबंधन लोकसभा के लिए बना था और महाविकास अघाड़ी (MVA) विधानसभा के लिए बना था. लोकल चुनाव में इसकी जरूरत नहीं है.
एमवीए में कांग्रेस, एनसीपी (एसपी) और शिवसेना (यूबीटी) शामिल हैं. राउत के बयान से अटकलें लगाई जा रही है कि एमवीए में कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) क्या फैसला लेगी. हालांकि कांग्रेस ने भी निकाय चुनाव अकेले लड़ने के संकेत दिए हैं.
रामदास अठावले का बड़ा बयान, ‘उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के साथ आने से इंडिया गठबंधन में…’
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