दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र भेजकर अनुरोध किया है कि रामलीला आयोजनों को भी वही सुविधाएं मिलें जो कांवड़ यात्रा और हज यात्रियों को दी जाती हैं. उन्होंने कहा कि मैदान और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं दिल्ली सरकार द्वारा रामलीला समितियों को नि शुल्क मुहैया कराई जाएं.
अपने पत्र में खंडेलवाल ने कहा कि रामलीला न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और सभ्यता की जीवंत मिसाल है. दिल्ली में हर वर्ष हजारों लोग रामलीला में भाग लेते हैं और प्रभु श्रीराम की जीवन गाथा से प्रेरणा पाते हैं यह आयोजन दस दिनों तक चलता है और इसमें सभी वर्गों की भागीदारी होती है.
22 सितंबर से शुरू होगा रामलीला महोत्सवइस वर्ष रामलीला उत्सव 22 सितंबर से 3 अक्टूबर तक आयोजित होगा, जिसमें दशहरा 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा. सांसद खंडेलवाल ने आग्रह किया है कि आयोजन को व्यवस्थित, भव्य और प्रशासनिक अड़चनों से मुक्त बनाने के लिए दिल्ली सरकार तत्काल आवश्यक कदम उठाए.
चांदनी चौक बना रामलीला का मुख्य केंद्रखंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली में करीब 500 रामलीलाएं होती हैं, जिनमें बड़ी संख्या में आयोजन चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में होते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने 23 मई 2025 को सभी प्रमुख रामलीला समितियों की बैठक बुलाई थी, जिसमें आयोजनों से जुड़ी कई समस्याएं सामने आईं.
मैदान, बिजली, पानी और सुरक्षा समेत इन सुविधाओं की रखी मांग
● डीडीए एवं एमसीडी को कम से कम 45 दिन पहले आयोजन स्थलों की अनुमति देनी चाहिए.● मैदान समतल कर, कीटों से मुक्त किया जाए.● झूला ऑपरेटरों के अफसरों से मिलीभगत करके अवैध रूप से बुकिंग और फिर आयोजकों से मनमानी मांग पर सख्त कार्रवाई हो.● बिजली घरेलू दरों पर और पेयजल दिल्ली जल बोर्ड द्वारा मुफ्त उपलब्ध कराया जाए.● सभी विभागों से एनओसी के लिए “सिंगल विंडो सिस्टम” लागू किया जाए.● ट्रैफिक नियंत्रण के लिए विशेष योजना बने और प्रचार हेतु बोर्ड की अनुमति दी जाए.
सांसद खंडेलवाल ने सुझाव दिया कि रामलीला आयोजनों की सुचारु व्यवस्था के लिए एक सरल एसओपी तैयार की जाए. साथ ही आयोजकों और संबंधित विभागों के बीच समन्वय सुनिश्चित हो ताकि सुरक्षा, स्वच्छता व अन्य सुविधाएं समय से पूरी हो सके.
‘रामलीला आयोजनों को कांवड़ यात्रा जैसी मिलें सुविधाएं’, BJP सांसद खंडेलवाल ने CM को लिखा पत्र
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