Raebareli News: यूपी के रायबरेली में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा प्राचीन गायत्री स्तंभ को तोड़े जाने के बाद बवाल हो गया. गुस्साए ग्रामीणों ने विभाग के जेई व अवर अभियंता को बंधक बनाकर सड़क जाम पर जाम लगा दिया और वहां जमकर हंगामा किया. विवाद बढ़ने के बाद PWD ने वहां दूसरा गायत्री स्तंभ बनवाने का लिखित वायदा किया. वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने इस मामले में 6 नामजद समेत 150 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. जिसके बाद अब ये मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.
बताया जा रहा है रायबरेली के लालगंज बछरावां मार्ग पर स्थित पश्चिम गांव के पास PWD ने शिकायत बाद यहां पर स्थित एक प्राचीन गायत्री स्तंभ को ढहा दिया था. सहायक अभियंता वृषभान और अवर अभियंता यशवंत सिंह की देखरेख में ये कार्रवाई की गई. लेकिन, आस्था के प्रतीक गायत्री स्तंभ को तुड़वाये जाने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश उत्पन्न हो गया, जिसके बाद बड़ी संख्या में लोगों ने लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता व अवर अभियंता को बंधक बना लिया.
पुलिस ने 150 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज कियाइस ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग को जाम कर दिया जमकर हंगामा किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह ग्रामीणों को समझा-बुझाकर रास्ता खुलवाया. ग्रामीण इस बात पर राजी हुए कि पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से टूटे हुए स्तंभ को दूसरी जगह बनवाया जाएगा. विभाग ने इसका लिखित आश्वासन भी दिया. मामला शांत होने के बावजूद पुलिस ने इस मामले में 6 नामजद सहित 150 लोगों के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई कर दी.
इसी तरह एक दूसरी घटना सरेनी थाना क्षेत्र में हुई, जहां एक युवक ने गंगा नदी में छलांग लगा दी, जिसको ढूंढने के लिए पुलिस ने अपने पूरे तंत्र का प्रयोग किया. लेकिन, जब वो उसे ढूंढ नहीं पाए तो ग्रामीणों ने नाराजगी ज़ाहिर करते हुए लालगंज फतेहपुर मार्ग को जाम कर दिया. इस घटना में भी पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने अराजक तत्वों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
इन दोनों घटनाओं में पुलिस के रवैया को लेकर अब कई तरह के सवाल उठने लगे हैं वहीं आसपास के लोगों में भय का माहौल देखने को मिल रहा है. उन्होंने इन मामलों में पुलिस की कार्रवाई को गलत ठहराया है.
रायबरेली में विरोध करने पर 150 से ज्यादा लोगों पर मुकदमा, पुलिस की कार्रवाई पर चर्चाएं तेज
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