रूसी नागरिक विक्टोरिया के अपने बच्चे के साथ भारत से बाहर चले जाने के मामले में शुक्रवार (18 जुलाई, 2025) को केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि अब तक इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है. सरकार ने यह जानकारी बच्चे के पिता सैकत बसु की याचिका पर सुनवाई के दौरान दी. कोर्ट ने सोमवार, 21 जुलाई को मामले पर आगे सुनवाई की बात कही है.
विक्टोरिया ने अपने साढ़े 4 साल के बच्चे को पति की अवैध कस्टडी में बताकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. इस साल 22 मई को सुप्रीम कोर्ट ने उसे सप्ताह में 3 दिन बच्चे को अपने साथ रखने की अनुमति दी. इस व्यवस्था के तहत जब बच्चा उसके पास था, तब वह उसे लेकर गायब हो गई. इसी की शिकायत लेकर सैकत बसु सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं.
रूसी दूतावास के अधिकारी के साथ प्रेम संबंध
याचिका में बताया गया है कि दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में रह रही विक्टोरिया 7 जुलाई को एक रूसी राजनयिक के साथ पिछले दरवाजे से दूतावास में जाते देखी गई. उस समय बच्चा उसके साथ था. 10 जुलाई को वह अपने बच्चे को वापस लेने के लिए पहले से तय जगह पर पहुंचे, लेकिन विक्टोरिया वहां नहीं आई.
सैकत ने अपनी याचिका में आशंका जताई है कि रूसी दूतावास के उस अधिकारी के साथ विक्टोरिया का प्रेम संबंध हो सकता है. सैकत ने यह भी बताया है कि उन्हें शादी के बाद पता चला कि विक्टोरिया के पिता रूसी खुफिया एजेंसी के एक जासूस थे. ऐसे में विक्टोरिया का पूरा आचरण संदेह के दायरे में है.
कोर्ट ने 24 घंटे में मांगी थी रिपोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गुरुवार (17 जुलाई, 2025) को दिल्ली पुलिस से 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी थी. कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को रूसी दूतावास अधिकारी के घर की तलाशी की भी अनुमति दी थी. कोर्ट ने रूसी दूतावास से अनुरोध किया था कि वह पुलिस से सहयोग करे. कोर्ट ने सभी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से जानकारी लेने को भी कहा था.
शुक्रवार (18 जुलाई, 2025) को हुई सुनवाई में केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस के लिए पेश एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने बताया कि सभी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट और बंदरगाह से जानकारी जुटाई गई है. विक्टोरिया के पासपोर्ट पर कोई यात्रा नहीं हुई है. उसके बैंक अकाउंट से ज़्यादा खर्च भी नहीं हुए हैं. ऐसे में यही लगता है कि वह अभी भारत में है. अगर वह देश से बाहर चली गई है तो इसका माध्यम कोई वैध तरीका नहीं होगा.
गृह मंत्रालय ने चलाया लुकआउट सर्क्युलर
भाटी ने बताया कि रूस के राजदूत मामले में सहयोग कर रहे हैं. उन्होंने बताया है कि विक्टोरिया 5 जुलाई को कुछ देर के लिए दूतावास आई थी. 10 जुलाई को उसकी मां ने रूस से सूचना भेजी कि उसका फोन बंद है. उसके बारे में कुछ पता नहीं चल रहा है. इसके बाद दूतावास ने दिल्ली पुलिस को सूचित किया था.
केंद्र सरकार ने बताया कि गृह मंत्रालय ने विक्टोरिया के लिए लुकआउट सर्क्युलर जारी किया है. दिल्ली पुलिस ने बाकी राज्यों की पुलिस से मदद मांगी है. गूगल और इंस्टाग्राम से विक्टोरिया के लोकेशन की जानकारी देने को कहा गया है. थोड़ी देर चली सुनवाई के बाद जस्टिस सूर्यकांत और जोयमाल्या बागची की बेंच ने पुलिस से तलाश जारी रखने को कहा.
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