हरियाणा के रेवाड़ी में हुए महिला के ब्लाइंड मर्डर में पुलिस ने पारिवारिक युवक को क्लीन चिट दे दी है। शक के आधार पर हिरासत में लिए गए युवक से करीब 2 दिन तक पूछताछ चलती रही। जांच में पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा तो युवक को छोड़ दिया गया। रेवाड़ी के मसीत गांव में 18 जुलाई को महिला सुनीता का सिर फोड़कर मर्डर कर दिया गया था। महिला की हत्या के बाद 19 जुलाई को शव का पोस्टमार्टम करवा दिया गया। महिला के हत्या के बाद घर में लूटपाट भी की गई। परिवार के अनुसार घर से करीब 10 से 12 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरात चोरी हुए हैं। महिला सुनीता की हत्या की गुत्थी पुलिस के लिए पहेली बनी हुई है। फोन डंप से भी पुलिस के हाथ कुछ खास नहीं लगा है। घर के आसपास वाले एरिया में CCTV कैमरा भी नहीं होने के कारण कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस की 5 टीम मामले की जांच कर रही हैं। जेवर का ठिकाना बताने तक पीटा अर्जुन ने बताया कि मेरी मां को तब तक पीटा गया, जब तक उसने घर में रखे जेवर और कैश के बारे में नहीं बताया। क्योंकि चोरी के लिए किसी ताले को नहीं तोड़ा गया है। चाबियों से ही अलमारी के लॉक खोले गए हैं। रविवार 20 जुलाई को परिवार ने घर का हर कोना खंगाला तो पता चला घर में कैश और जेवर के नाम पर कुछ नहीं छोड़ा है। एक बुक में रखे 1,510 रुपए परिवार को मिले हैं। मेरी मां के साथ हुई बर्बरता अर्जुन ने बताया कि मेरी मां सुनीता के साथ बदमाशों ने बर्बरता की है। मारपीट के दौरान बदमाशों ने दीवारों से भी सिर को टकराया है। क्योंकि दीवारों पर भी खून के निशान लगे हुए थे। घर पर पुलिस की जांच पूरा होने के बाद परिवार ने रविवार को ही फर्श और दीवारों से खून के दाग साफ किए हैं। अर्जुन ने कहा कि मेरी को बुरे तरीके से टॉर्चर किया गया है। परिवार के युवक से चल रही पूछताछ महिला के मर्डर की वारदात को सुलझाने के लिए पुलिस की 5 टीमें लगी हुई हैं। पुलिस परिवार के ही एक युवक से पूछताछ कर रही है। युवक ने अभी तक खुलासा किया है कि वो तो घटना के दिन केवल पानी पीने घर गया था। बाहर से पानी पीकर वापस आ गया था। हालांकि पुलिस युवक की इतनी बात पर भरोसा नहीं कर रही है। पुलिस इस मामले में दूसरे एंगल से भी जांच में जुटी है। यहां जानिए कैसे हुई पूरी वारदात… फोन स्विच ऑफ आने पर पड़ोसी को घर भेजा महिला की पहचान गांव मसीत निवासी सुनीता (48) के रूप में हुई। उसका बेटा अर्जुन पठानकोट में बीएससी नर्सिंग का छात्र है, जबकि पति प्यारेलाल चित्तौड़गढ़ में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। दो बेटियां हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। अर्जुन ने बताया कि मेरी अंतिम बार मां से 17 जून को बात हुई थी। 18 जून को सुबह मैंने बात करने के लिए प्रयास शुरू किए थे, लेकिन शाम तक फोन ऑन नहीं मिला। फिर मैंने पड़ोसी अजय को कॉल कर मां से बात कराने को कहा। पड़ोसी घर पहुंचा, फर्श पर मृत पड़ी मिली महिला अर्जुन ने आगे बताया कि पड़ोसी उसके मकान पर पहुंचा तो मेन गेट का दरवाजा बंद था। मगर, बरामदे के बराबर में बनी बैठक के दरवाजे को गेट खुला हुआ था। वह बैठक के दरवाजे से होता हुआ अंदर पहुंचा तो घर में अंधेरा था। उसने लाइट जलाई तो सुनीता उसे फर्श पर मृत पड़ी मिली। वह तुरंत बाहर भागा और अन्य पड़ोसियों को बुलाकर लाया। अर्जुन के मुताबिक, पड़ोसियों ने ही उसे और पुलिस को इस हत्या की सूचना दी। सिर में काफी चोटें, फर्श पर लगा खून सूख गया था अर्जुन ने बताया कि वह और उसके पिता प्यारेलाल हत्या की सूचना मिलते ही गांव के लिए निकल लिए। शनिवार सुबह वे घर पहुंचे तो देखा कि मां सुनीता के सिर में काफी चोट लगी थीं। फर्श पर लगा खून भी सूख चुका था। संभवत: यह हत्या 17 को ही कर दी गई थी। मां के गले में एक कपड़ा भी पड़ा था, जिससे कयास लगाए गए कि उनका गला भी घोटने की कोशिश की गई। जांच कर रही हैं 5 टीमें कोसली DSP ने बताया कि पुलिस की 5 टीमें मामले में जांच के लिए लगाई है। इनमें रेवाड़ी की तीनों CIA, साइबर, और जाटूसाना थाना की टीम मामले की जांच कर रही है। अभी कोई ठोस सुराग नहीं लगा है।
रेवाड़ी महिला ब्लाइंड मर्डर में पारिवारिक युवक को क्लीन चिट:5 दिन बाद भी सुराग नहीं जुटा पा रही पुलिस, आसपास CCTV नहीं होना बड़ी वजह
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