हरियाणा महिला एवं बाल विकास विभाग ने रेवाड़ी जिले में अनाथ और बेसहारा बच्चों के लिए फॉस्टर केयर योजना शुरू की है। योजना के तहत जरूरतमंद बच्चों को सुरक्षित और स्नेहपूर्ण पारिवारिक माहौल दिया जाएगा। डीसी अभिषेक मीणा ने बताया कि पालक परिवारों को बच्चों की देखभाल के लिए हर माह 4 हजार की सहायता राशि दी जाएगी। यह सुविधा उन बच्चों के लिए है, जो अनाथ हैं। भरोसेमंद परिवारों के साथ जोड़ा जाएगा ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता असमर्थ हैं, जेल में हैं या गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। इन बच्चों को समाज के भरोसेमंद परिवारों के साथ जोड़ा जाएगा। जिला बाल संरक्षण अधिकारी दीपिका के अनुसार बाल कल्याण समिति और जिला बाल संरक्षण इकाई मिलकर योग्य पालक परिवारों की सूची तैयार करती है। इन बच्चों को एक निश्चित समयावधि तक पालक परिवारों के पास रखा जाएगा। जरूरत पड़ने पर बढ़ाई जाएगी अवधि वहीं जरूरत पड़ने पर इस अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी शालू यादव ने बताया कि इच्छुक परिवारों को पूरी प्रक्रिया से अवगत कराया जाएगा। विभाग की टीम समय-समय पर पालक परिवारों का निरीक्षण करेगी। यह योजना उन बच्चों के लिए बेहद कारगर साबित हो रही है जिन्हें संस्थाओं से बाहर लाकर पारिवारिक माहौल देने की जरूरत है। पालक परिवार का आपराधिक रिकॉर्ड न हो पालक परिवार बनने के लिए पति-पत्नी दोनों भारतीय नागरिक होने चाहिए। उनकी उम्र 35 वर्ष से कम होनी चाहिए। वे मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ हों। बच्चों की देखभाल के प्रति संवेदनशील हो और उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड न हो। अधिक जानकारी के लिए रेडक्रॉस भवन, रूम नंबर-8 रेवाड़ी या दूरभाष नंबर 01274-221852 पर संपर्क किया जा सकता है।
रेवाड़ी में अनाथ और बेसहारा बच्चों को मिलेगा घर:फॉस्टर केयर योजना शुरू, परिवारों को हर माह मिलेंगे 4 हजार
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