रेवाड़ी में आज 1.26 लाख रुपए की ठगी करने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान लखनऊ के देवांश अग्निहोत्री निवासी बानवाली गली और उत्कर्ष अवस्थी निवासी बागमाह नारायण के रूप में हुई है। यह कार्रवाई साइबर थाना पुलिस ने की। आरोपी घर बैठे रुपए कमाने का लालच देते थे। रेलवे स्टेशन कोसली निवासी अनुराग ने साइबर थाना पुलिस को शिकायत में बताया था कि 13 जून को उनके मोबाइल पर घर बैठे रुपए कमाने का एक मैसेज आया। अनुराग ने ऑफर को सही मानकर ठग के साथ बात शुरू की। ठग ने पहले उनसे 150 रुपए उनके अकाउंट में डलवाए, फिर कई बार 150-150 रुपए जमा करवाए। अनुराग ने ऑनलाइन पेमेंट की
अनुराग ने यूपीआई के जरिए कुल 5000 रुपए ट्रांसफर किए। इसके बाद ठग ने अनुराग के खाते में 7000 रुपए डाले, जिसके बाद अनुराग ने विश्वास में आकर 5000 रुपए और फिर 28,000 रुपए जमा किए। ठग के कहने पर अनुराग ने 88,000 रुपए और ट्रांसफर किए, इस तरह कुल 1,26,000 रुपए ठग को भेज दिए। बाद में ठग ने पैसे लौटाने से इनकार कर दिया, तब अनुराग को ठगी का पता चला और उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज की। पुलिस जांच में सामने आया कि अनुराग के खाते से 88,000 रुपए देवांश अग्निहोत्री के खाते में गए थे, जबकि उत्कर्ष अवस्थी ने साइबर ठगों को देवांश का खाता उपलब्ध कराया था। साइबर थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और अदालत में पेश करने के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।
रेवाड़ी में ऑनलाइन कमाई का झांसा देकर युवक से ठगी:लखनऊ के दो आरोपी गिरफ्तार, पीड़ित को 150 रुपए का लालच देकर 1.26 लाख ठगे
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