हरियाणा के रेवाड़ी में गोशालाएं फुल होने के कारण गोवंश पकड़ने का कार्य बंद कर दिया गया है। शहर में घूम रहे गाेवंश अब लोगों पर अटैक कर रहे हैं। 15 दिन में 2 मामले सामने आ चुके हैं, जब शहर के लोगों की जान बड़ी मुश्किल से बची है। रेवाड़ी जिले के धारूहेड़ा, जाटूसाना और कनुका में गोशालाए हैं। जहां पर रेवाड़ी शहर से करीब 1300 गोवंश को छोड़ा जा चुका है। जिसके बाद अब उनमें और गोवंंश रखने के लिए जगह नहीं है। जिसके चलते 24 जून से गोवंश पकड़ने के कार्य पर ब्रेक लग गए हैं। जिसका खामियाजा शहर के लोगों को उठाना पड़ रहा है। 15 दिन में 2 लोगों पर अटैक करीब 15 दिन पहले सेक्टर 4 में एक युवक पर गाय ने हमला कर दिया था। करीब 3 से 4 मिनट तक गाय युवक को रौंदती रहती थी। जिसके बाद गाय को लोगों ने वहां से भगाया था। उसके बाद शक्ति नगर का वीडियाे सामने आ चुका है, जिसमें दो सांड भिड़ रहे हैं। सांड भिड़ने के स्कूटी सवार महिला की महिला की जान बड़ी मुश्किल से बची थी। डैथ रेट ज्यादा, इसलिए नहीं लेते गोशाला कमेटी रेवाड़ी शहर से जिन गोवंश को पकड़कर गोशाला में छोड़ा जाता है, उनका डैथ रेट ज्यादा होता है। क्योंकि शहर में बेसहारा घूम रहे गोवंश को प्लास्टिक की थैली खाने के कारण उनको बंद लग जाता है। जिसके कारण उनकी कुछ समय के बाद ही मौत हो जाती है। केवल वहीं गोशाला संचालक इन गोवंश को लेते हैं, जहां पर वैटनरी सर्जन की सुविधा उपलब्ध है। गोवंश पकड़ने पर कितना चार्ज फर्म की पेमेंट भी नहीं कर रहा प्रशासन रेवाड़ी शहर में गोवंश पकड़ने वाली फर्म के पास जनवरी 2026 तक टेंडर है। फर्म ने अब तक करीब 1300 गाेवंश पकड़ी हैं। जिनका 4 लाख 32 हजार रुपए पेमेंट उन्हें की गई है। अभी नगर परिषद की तरफ ठेकेदार का 16 लाख रुपए बकाया है। जिसका भुगतान नगर परिषद के द्वारा रोका हुआ है। ठेकेदार बोला: प्रशासन ने दिया है आश्वासन रेवाड़ी शर में गोवंश पकड़ने वाली फर्म रॉयल इंटरप्राइजिज के देवेंद्र यादव ने बताया कि उनकी 16 लाख रुपए पेमेंट पेंडिंग है, जल्द करवाने का आश्वासन मिला है। गोशालाओं के द्वारा गोवंश लेने से मना कर दिया गया है। जिसके बाद में अधिकारियों से बातचीत की जा रही है।
रेवाड़ी में गोशालाएं फुल, अब नहीं पकड़े जाएंगे गोवंश:शहर में लोगों पर हो रही अटैक, बड़ी मुश्किल में शहर के लोगों की जान
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