रेवाड़ी में 200 बेड के सरकारी अस्पताल पर छिड़े विवाद में आज महापंचायत होगी। भगवानपुर गांव में चल रहे धरने के पास में ही महापंचायत का आयोजन होगा। दावा किया जा रहा है कि महापंचायत में करीब 50 गांवों के लोग अपना समर्थन देने के लिए जुटेंगे। महापंचायत में आगामी आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी। भगवानपुर गांव के लोग केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत की वादाखिलाफी से नाराज हैं। सरपंच प्रतिनिधि तो तो मामले में प्रमाण देने के लिए अपने व केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत के बीच हुई बातचीत की उस कॉल रिकॉर्डिंग को भी सार्वजनिक कर दिया है, जिसमें उन्होंने अस्पताल भगवानपुर में ही बनाने का भरोसा दिलाया था। गांव में अस्पताल को लेकर सरपंच प्रतिनिधि का तर्क भगवानपुर के सरपंच प्रतिनिधि अनिल कुमार ने उनके गांव में अस्पताल क्यों बनाया जाए, इसको लेकर तर्क दिए हैं। सरपंच के अनुसार नए बस स्टैंड, इंदिरा गांधी मीरपुर यूनिवर्सिटी के रास्ते पर तथा रेवाड़ी शहर की 40 कालोनियां उनके सबसे नजदीक हैं। रेवाड़ी पुलिस लाइन, जेल और आसपास के 50 गांवों को नजदीक होने का सीधा फायदा मिलेगा। कैप्टन और कापड़ीवास दे चुके समर्थन भगवानपुर गांव में 200 बेड अस्पताल के लिए चल रहे धरने पर पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव व भाजपा के पूर्व एमएलए रणधीर कापड़ीवास अपना समर्थन दे चुके हैं। रणधीर कापड़ीवास तो सीएम नायब सैनी के समक्ष भी पूरा मामला उठा चुके हैं। बताया जा रहा है कि वे केंद्रीय राज्यमंत्री के द्वारा किए गए वादे से भी अवगत करवा चुके हैं। भाजपा MLA का विवाद से किनारा 200 बेड अस्पताल को लेकर चले आ रहे विवाद से रेवाड़ी BJP MLA ने किनारा कर लिया है। MLA लक्ष्मण यादव का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री जहां चाहे, वहां अस्पताल बनवा दे। लेकिन रेवाड़ी के 200 बेड अस्पताल का निर्माण जल्द शुरू करवाना चाहिए, ताकि लोगों को सुविधा का लाभ मिल जाए। राव ने साधी चुप्पी केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत व स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने पूरे प्रकरण पर चुप्पी साध ली है। 16 जून को रामपुरा हाऊस पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया था। उसके बाद से लगातार भगवानपुर गांव में धरना चल रहा है। 15 दिन में राव व आरती सिंह के द्वारा कोई बयान नहीं दिया गया है।
रेवाड़ी में 200 बेड अस्पताल पर संग्राम, महापंचायत आज:50 गांवों से लोगों के आने का दावा, राव इंद्रजीत पर वादाखिलाफी का आरोप
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